scorecardresearch
 

टूट की कगार पर पहुंची सपा में फिर सुलह की कोशिश, अखिलेश से मिले शिवपाल

टूट के कगार पर पहुंच चुकी समाजवादी पार्टी में गुरुवार को एक बार फिर कुछ सुलह की उम्मीद जगी जब शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के घर जाकर करीब 2 घंटे मुलाकात की.

Advertisement
X
मुलायम कुनबे में फिर सुलह की कोशिशें
मुलायम कुनबे में फिर सुलह की कोशिशें

Advertisement

टूट के कगार पर पहुंच चुकी समाजवादी पार्टी में गुरुवार को एक बार फिर कुछ सुलह की उम्मीद जगी जब शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के घर जाकर करीब 2 घंटे मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात में शिवपाल यादव ने पार्टी अध्यक्ष के तौर पर अखिलेश यादव से जिला अध्यक्षों की बैठक और नई कार्यकारणी की बैठक में आने का अनुरोध किया. जिलाध्यक्षों की बैठक शुक्रवार को और प्रदेश कार्यकारणी की बैठक शनिवार को बुलाई गई है जिसकी अध्यक्षता शिवपाल यादव करेंगे. माना जा रहा है कि शिवपाल यादव ने अखिलेश से 5 नवंबर को होने वाली समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में आने को भी कहा.

समाजवादी पार्टी के 25 साल पूरे होने पर लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में 5 नवंबर को रजत जयंती समारोह मनाया जा रहा है जिसके मुख्य अतिथि मुलायम सिंह यादव होंगे. लेकिन उससे पहले ही 3 नवंबर को से अपनी रथयात्रा का ऐलान करके अखिलेश यादव ने यह साफ कर दिया था कि वह पार्टी के तौर-तरीकों से नाराज हैं और इस समारोह में रथयात्रा के बहाने मौजूद नहीं रहेंगे. मुलायम सिंह यादव के कहने पर शिवपाल यादव अखिलेश से मिलने गए थे और उनसे पार्टी के इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेने को कहा.

Advertisement

सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पार्टी से निकाले गए उन नेताओं की वापसी की भी चर्चा हुई जिन्हें शिवपाल यादव ने अध्यक्ष बनते ही पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में हटा दिया था. यह सभी लोग अखिलेश यादव के करीबी हैं और इनकी पार्टी में वापसी नहीं होने की वजह से अखिलेश यादव खासे नाराज हैं.

इससे पहले आज अखिलेश यादव ने अपने समर्थकों से कहा कि उनके समर्थन में कोई कार्यकर्ता मुलायम सिंह यादव को पत्र ना लिखे.

समाजवादी पार्टी में चिट्ठियों को हथियार बनाकर लड़ाई पिछले 2 दिनों से चल रही है. पहले अखिलेश यादव के समर्थन में MLC उदयवीर सिंह ने चिट्ठी लिखकर यह कह दिया अखिलेश के खिलाफ साजिश में शिवपाल यादव भी शामिल हैं. उसके बाद दूसरे एमएलसी आशु मलिक ने चिट्ठी के माध्यम से दूसरा हमला बोला और कहा कि मुलायम सिंह पर सवाल उठाने वाले लोग स्वार्थी और मौकापरस्त हैं. लेकिन माना जा रहा है कि उदयवीर सिंह ने जिन पारिवारिक मामलों को अपने पत्र में उठाया है, उसके बाद उन पर कार्रवाई होना तय है.

लेकिन सुलह सफाई कि कोशिश के बीच भी पार्टी के बीच दरार साफ दिखाई दे रही है . गुरुवार को ही शिवपाल यादव जब महोबा में एक सिंचाई परियोजना का उद्घाटन पर पहुंचे तो वहां पर लगे तमाम होर्डिंग से मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के चित्र गायब थे. लेकिन जब पत्रकारों ने इस बारे में उनसे सवाल पूछा तो शिवपाल यादव भड़क गए और प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ कर चले गए.

Advertisement
Advertisement