उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की रथ यात्रा के समर्थन में लखनऊ शहर में लगे लाखों पोस्टरों के बीच अब ऐसे पोस्टर भी दिखाई देने लगे हैं जिसमें शिवपाल भी अपने भतीजे अखिलेश को फिर से मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दे रहे हैं. ये पोस्टर लोगों को चौका रहे है.
शिवपाल नहीं दिखना चाहते अलग
समाजवादी युवजन सभा ने ऐसे पोस्टर लगाए जिसमे लिखा है, 'कहे शिवपाल दिल से, अखिलेश का अभिषेक फिर से'. साफ है अब इस मोड़ पर जब पार्टी और कार्यकर्ता अखिलेश के साथ खड़े हो रहे हैं, तो शिवपाल अलग-थलग दिखना नहीं चाहते.
अखिलेश विरोधी बन गई थी छवि
पिछले कई दिनों से लखनऊ में लगे अखिलेश के समाजवादी यात्रा के पोस्टरों की इस लड़ाई ने दिखा दिया कि शिवपाल यादव इसमें अकेले पड़ चुके है. 3 नवंबर की समाजवादी यात्रा की तैयारियों में शिवपाल न सिर्फ अलग-थलग दिखाई दिए बल्कि उनकी छवि अखिलेश विरोधी तक की बन गई. ऐसे में उनके समर्थकों ने ये तरीका ढूंढा और ऐसे पोस्टर लगाए कि अब चाचा भी साथ है. इस पोस्टर में शिवपाल की कितनी सहमति है ये कहना तो मुश्किल है लेकिन अब शिवपाल के समर्थक काम से कम अलग-थलग दिखना नहीं चाहते, ये साफ होता जा रहा है.
अखिलेश के लिए अहम है ये यात्रा
अखिलेश के लिए ये समाजवादी विकास यात्रा उनके स्वाभिमान और पार्टी पर उनके वर्चस्व से जुड़ी है. साथ ही फिर से सरकार बनाने के अखिलेश की अकेली कोशिश का प्रदर्शन भी है, ऐसे में अखिलेश अपने पूरे भव्य प्रदर्शन के साथ अपनी यात्रा शुरू कर रहे है.
शिवपाल के यात्रा में शामिल होने न होने पर कयास
सबकी नजरें इस बात पर भी टिकी हैं कि शिवपाल कल की रथयात्रा में मुलायम के साथ आते हैं या नहीं. सूत्रों के मुताबिक अगर अखिलेश या मुलायम निमंत्रण दे तो शिवपाल भी मुलायम के साथ यात्रा को हरी झंडी दिखाते वक्त मंच पर मौजूद हो सकते हैं.