सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद पहली बार प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का दर्द छलक गया है. उनकी तरफ से बिना नाम लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा गया है. यहां तक कह दिया गया है कि जो परिवार का नहीं हो सका, वो कभी भी सफल नहीं हो सकता.
शिवपाल यादव का अखिलेश पर निशाना
शिवपाल यादव ने कहा कि जो परिवार का नहीं हो सका, वो कभी सफल नहीं हो सकता है. बड़े नेताओं को समझदारी से काम लेना चाहिए. समाज में जिनका एक अच्छा प्रभाव और पकड़ है, उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए. अब शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव को तो नसीहत दी है, इसके साथ-साथ उनके करीबियों पर भी वार किया है. वे कहते हैं कि अखिलेश के साथ चापलूसी करने वाले और गलत राय देने वाले लोग हैं, इनसे दूरी बनाना जरूरी है. जो परिवार को साथ में नहीं रख सकते, अच्छे लोगों को साथ नहीं रख सकते, वे कभी सफल नहीं बन पाएंगे.
मैनपुरी उपचुनाव पर शिवपाल की रणनीति
असल में शिवपाल यादव गोरखपुर के एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे. वहां पर उन्होंने सपा से खुद के निकलने पर विस्तार से बात की. यहां तक कहा गया कि उन्हें बाहर निकलने के लिए मजबूर किया गया. शिवपाल ने कहा कि वे अलग नहीं होना चाहते थे. उन्हें मजबूर किया गया. उनके साथ वहां जो हुआ वह किसी से छुपा नहीं है. उसी वजह से चुनावों का परिणाम अच्छा नहीं आया है. वैसे इस समय मैनपुरी सीट पर भी उपचुनाव होने वाले हैं. एक ओर जहां सपा की ओर से तेज प्रताप सिंह यादव को टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है. तो वहीं मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा के साथ आने के संकेत के बीच प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मैनपुरी सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. उन्होंने कहा कि मैनपुरी का चुनाव देश और प्रदेश की तकदीर का फैसला करेगा. हमारे साथ जितने लोग हैं, सभी वफादार हैं. हम लोग मिलकर परिवर्तन लाना चाहते हैं.
सपा के प्रत्याशी का समर्थन?
तेज प्रताप के नाम पर समर्थन के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि पहले उनका नाम आधिकारिक रूप से घोषित हो जाए, उसके बाद वह विचार करेंगे. शिवपाल ने कहा कि अभी उनकी हैसियत नहीं है कि वह कोई बड़ा घोषणा कर सकें. लेकिन उनकी पार्टी निकाय चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसके लिए जिला अध्यक्षों को प्रत्याशी चयन के लिए कहा गया है.