समाजवादी पार्टी से बगावत कर सेक्युलर मोर्चा का गठन करने वाले शिवपाल यादव ने अपनी नई पार्टी का रजिस्ट्रेशन करा लिया है. शिवपाल ने बताया कि उनकी पार्टी का रजिस्ट्रेशन हो गया है जिसका नाम 'प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया' रखा गया है. यादव ने अखिलेश यादव की सपा का साथ छोड़ कुछ दिन पहले ही नए मोर्चे का गठन किया था.
शिवपाल यादव ने कहा कि मुझे समाजवादी पार्टी से धकेला गया, साथ ही मुझे और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को अपमानित भी किया गया. उन्होंने कहा कि जो चापलूस और चुगलखोर लोग थे उनकी वजह से ये सब हुआ है. शिवपाल ने कहा कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चा में किसी को चापलूसी और चुगलखोरी नहीं करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि अगर यहां कोई भी कुछ गलत करता है तो सीधे बताने की जरुरत है.
पार्टी के अध्यक्ष और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल ने कहा कि हम व्यवस्था में परिवर्तन करेंगे और देश-प्रदेश को आगे लेकर जाएंगे. उन्होंने कहा कि आज कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है और कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. युवा रोजगार के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं.
चुनाव लड़ने को तैयार
शिवपाल इससे पहले दावा कर चुके हैं कि उनके सहयोग के बैगर देश और उत्तर प्रदेश में सरकार बनना मुश्किल है. साथ ही उन्होंने कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के बिना केंद्र में कोई सरकार नहीं बनेगी. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी के मजबूत होने की बात भी कही थी.
अन्य दलों से गठबंधन के सवाल पर शिवपाल ने कहा था कि सभी दूसरे दलों के ऐसे लोगों को जोड़ रहा हूं जो अपने दलों में उपेक्षित हैं. समाजवादी और गांधीवादी लोगों का एक गठजोड़ हो रहा है और सभी एकसाथ आकर व्यवस्था परिवर्तन का काम करेंगे.