मुलायम सिंह यादव के परिवार के भीतर घमासान की खबरों के बीच शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से करीब डेढ़ घंटे तक मुलाकात की. मुलाकात के बाद शिवपाल यादव खुश नजर आए और कहा कि उनकी शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने कारवाई करने का भरोसा दिलाया है और परिवार के भीतर कोई झगड़ा नहीं है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उनके खिलाफ साजिश करने वालों से मुलायम सिंह निपट लेगें.
इस मुलाकात को इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था क्योंकि कुछ ही दिनों पहले शिवपाल यादव ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में ये कहकर सनसनी फैला दी थी कि जब अधिकारी तक उनकी बात नहीं सुन रहे तो मंत्री रहने का क्या मतलब है. बात तब और आगे बढ़ गई जब खुद मुलायम सिंह ने कह दिया कि शिवपाल के साथ साजिश हो रही है. बुधवार को जब कैबिनेट की बैठक में शिवपाल नहीं आए तो ये चर्चा और गर्म हो गई कि चाचा भतीजे के बीच सब कुछ ठीक नहीं है. इसके बाद मुलायम सिंह यादव के कहने पर गुरुवार को शिवपाल और अखिलेश यादव की मुलाकात हुई.
कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय शिवपाल और अखिलेश के बीच खींच तान का मुद्दा बन गया है. शिवपाल कौमी एकता दल से हाथ मिलाने के पक्ष में हैं जबकि अखिलेश इसके खिलाफ हैं. अखिलेश यादव को लगता है कि मुख्तार अंसारी की पार्टी के साथ जाने से उनकी छवि खराब होगी. इस बारे में पूछे जाने पर शिवपाल यादव ने कहा कि अब इस बारे में अंतिम फैसला मुलायम सिहं यादव पर छोड़ दिया गया है और पार्टी की संसदीय दल की बैठक में इस पर चर्चा होगी. इस बारे में पार्टी के भीतर मतभेद पर शिवपाल ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि समाजवादी पार्टी के भीतर लोकतंत्र है और सबको अपने विचार रखने का हक है.