उत्तर प्रदेश में एक तरफ अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे और दूसरी तरफ राज्य की पुलिस पर भी जब-तब गंभीर आरोप लगते रहते हैं. यूपी पुलिस पर अब एक दरोगा के बेटे को फर्जी एनकाउंटर में मौत के घाट उतारने का आरोप लगा है. यह सनसनीखेज मामला इलाहाबाद के गंगापार इलाके का है. फाफामऊ पुलिस चौकी के इंचार्ज पर सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर के बेटे को गोली मारने और फिर मामले को एनकाउंटर की शक्ल देने का आरोप लगा है. परिवारवालों के हंगामे के बाद पुलिस ने आरोपी चौकी इंचार्ज के खिलाफ कत्ल का केस दर्ज कर लिया है. केस दर्ज होने के बाद से ही आरोपी दरोगा फरार है.
फाफामऊ कस्बे में शुक्रवार शाम सीआरपीएफ के दरोगा अशोक पाण्डेय के 22 साल के बेटे नीरज की गोली मारकर हत्या कर दी गई. जिस समय नीरज को गोली मारी गई उस समय वह अपने एक दोस्त अमन के साथ मनप्रीत रेस्टोरेंट में खाना खाने गया था. वारदात के बाद इलाके की पुलिस ने बताया था कि शराब के नशे में होने की वजह से नीरज और उसके दोस्त अमन के बीच खाना खाने के दौरान झगड़ा हुआ था. इस झगडे में अमन ने नीरज की गोली मारकर हत्या कर दी.
पुलिस का दावा था कि आरोपी अमन को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाद में नीरज के परिवारवालों को खबर मिली कि उनके बेटे को उसके दोस्त अमन ने नहीं बल्कि फाफामऊ की रिपोर्टिंग पुलिस चौकी के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने गोली मारी है. यह जानकारी मिलते ही नीरज के परिवारवालों ने सैकड़ों लोगों के साथ पुलिस चौकी पर हंगामा शुरू किया तो अफसरों ने उन्हें बताया कि नीरज पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है.
पुलिस ने परिवारवालों को बताया कि नीरज और अमन में झगड़े की खबर पाकर दरोगा धर्मेन्द्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे तो नीरज ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी. बचाव में दरोगा ने जब फायरिंग शुरू की तो नीरज को दो गोली लगी और उसकी मौत हो गई. आरोपी दरोगा भी नीरज का पड़ोसी है और दोनों के परिवारों में एकाध बार कहा-सुनी भी हुई है.
बहरहाल हंगामे के चलते जब कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने लगी तो अधिकारियों ने परिवारवालों की शिकायत पर देर रात आरोपी चौकी इंचार्ज धर्मेन्द्र प्रताप सिंह के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया. केस दर्ज होने के बाद से आरोपी दरोगा परिवार समेत फरार हो है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस को फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट और रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी फुटेज का इंतजार है. पुलिस ने पूछताछ के लिए रेस्टोरेंट संचालक और कई वेटरों को हिरासत में लिया है. नीरज के साथ मौजूद उसका दोस्त अमन भी पुलिस की कस्टडी में है.
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक सीआरपीएफ की आरा (बिहार) बटालियन में तैनात सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह का बेटा नीरज हिस्ट्रीशीटर था. उसके खिलाफ कत्ल और दूसरी संगीन वारदातों में शामिल होने के आरोप के आठ केस दर्ज थे. हालांकि नीरज के परिवारवालों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज धर्मेन्द्र ने आपसी खुन्नस की वजह से उसके खिलाफ ज्यादातर फर्जी मुकदमे दर्ज किए थे.