scorecardresearch
 

यूपीः सीतापुर जेल में बंद आजम खान से मिलने पहुंचे शिवपाल यादव

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव आज सीतापुर जेल में बंद सपा सांसद आजम खान से मुलाकात की. शिवपाल यादव ने सीतापुर जेल पहुंचकर आजम खान से मुलाकात की.

Advertisement
X
शिवपाल यादव और आजम खान (फाइल फोटो)
शिवपाल यादव और आजम खान (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आजम खान और शिवपाल यादव के बीच मुलाकात
  • फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में बंद हैं आजम

चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच गठबंधन को लेकर चल रही बातचीत को लेकर आज एक बड़ी हलचल देखने को मिली है. शिवपाल यादव आज सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान से मुलाकात की. शिवपाल यादव ने सीतापुर जेल में आजम खान से मुलाकात की.

Advertisement

दोनों के बीच ये मुलाकात उस समय हो रही है जब शिवपाल की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी और अखिलेश की समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर कोई एकराय नहीं बन पा रही है. शिवपाल यादव ने जहां गठबंधन के लिए 100 सीटों की शर्त रखी है तो वहीं अखिलेश की ओर से अभी कोई जवाब नहीं दिया गया है. 

वहीं, आजम खान भी समाजवादी पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं. आजम खान आज से नहीं बल्कि डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से सपा से नाराज बताए जा रहे हैं. उनका कहना है कि पार्टी सही के साथ खड़े नहीं हुई. आजम खान कई बार सपा नेताओं से मिलने को भी इनकार कर चुके हैं. 

हालांकि, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उन पर (आजम खान) फर्जी मुकदमे लगाए गए. उन्होंने कहा कि जिस एसपी ने उनपर केस लगाए थे, वो खुद जांच के घेरे में है. 

Advertisement

फरवरी 2020 से जेल में बंद हैं आजम

आजम खान फरवरी 2020 से ही सीतापुर जेल में बंद हैं. उन पर रामपुर में अवैध जमीन कब्जाने और फर्जी प्रमाण पत्र बनाने जैसे कई आरोप लगे हैं. आजम की पत्नी डॉ. तंजीम फातिमा भी जेल में बंद थीं, लेकिन उन्हें जमानत मिल गई थी. फिलहाल आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला दोनों ही जेल में बंद हैं. बताया जाता है कि आजम पर 80 और अब्दुल्ला पर 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं. 

2017 में बिगड़ने शुरू हुए थे शिवपाल-अखिलेश के रिश्ते

अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच रिश्ते 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले बिगड़ने शुरू हुए थे. तब अखिलेश अपने पिता मुलायम सिंह यादव की जगह खुद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए थे. उस चुनाव में शिवपाल यादव सपा की टिकट पर ही इटावा की जसवंत नगर सीट से विधायक चुने गए थे. हालांकि, बाद में उन्होंने सपा छोड़ दी और अपनी पार्टी 'प्रगतिशील समाजवादी पार्टी' बनाई.

 

Advertisement
Advertisement