उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में बुधवार को जमीनी विवाद में 10 लोगों की हत्या कर दी गई. इस मामले में अभी तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. डीजीपी ओम प्रकाश सिंह का कहना है कि कॉम्बिंग ऑपरेशन चल रहा है, जिसमें ग्राम प्रधान के भतीजे समेत 24 लोगों को अरेस्ट किया गया है. सीनियर अधिकारी कैंप कर रहे हैं. इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, बुधवार को सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र के मूर्तिया गांव में जमीन कब्जाने को लेकर फायरिंग हुई थी. बताया जा रहा है कि जिस 100 एकड़ जमीन के लिए ये खूनी तांडव हुआ, उसे ग्राम प्रधान यज्ञ दत्त ने एक आईएएस अधिकारी से खरीदी थी, लेकिन गांव वाले इस जमीन पर कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं थे. उनका कहना था कि वो लंबे समय से इस पर काम कर रहे हैं.
आरोप है कि बुधवार दोपहर को ग्राम प्रधान यज्ञ दत्त के लोग 15 से 20 ट्रैक्टर में भरकर आए और उन्होंने गांव वालों पर हमला कर दिया. उनपर बंदूक तान दी और ताबड़तोड़ गोलियों से भून डाला. इस खूनी संघर्ष में 10 लोगों की जान चली गई. कई घायल हैं. घायल नागेंद्र ने बताया कि जमीन कब्जा करने ग्राम प्रधान यज्ञ दत्त अपने लोग के साथ आया था और गोली चलाने लगा. वे सभी जमीन कब्जा करने 30 गाड़ियों में भरकर आए थे. सभी हथियार से लैश थे.
सोनभद्र की वारदात ने यूपी की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है. इस जमीन को लेकर पहले भी कई विवाद हो चुके हैं. उसे लेकर अगर पुलिस ने गंभीरता दिखाई होती तो इतनी बड़ी वारदात नहीं होती. बावजूद इसके यूपी के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह को लगता है कि बदमाशों में कानून का खौफ है. वो ये मानने को तैयार नहीं कि कानून व्यवस्था खराब है.