अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है.
सत्ताधारी सपा ने पहली लिस्ट में 143 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. यूपी में विधानसभा की 403 सीटें हैं. कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 143 प्रत्याशियों की सूची जारी की.
जनता के बीच में जाने का दिया समय
इस लिस्ट में ज्यादातर नाम उन विधानसभा क्षेत्रों से हैं जहां मौजूदा समय में समाजवादी पार्टी के विधायक नहीं हैं. पार्टी का कहना है कि इन नामों का ऐलान पहले कर वो उम्मीदवारों को क्षेत्र में जनता के बीच बेहतर पैठ बनाने और काम करने का वक्त देना चाहती है. समाजवादी पार्टी ने फिलहाल उन सीटों पर टिकट की घोषणा नहीं की है जहां उसके विधायक पहले से मौजूद हैं.
किन मौजूदा विधायकों का टिकट कटेगा इस पर भी शिवपाल यादव ने चुप्पी ही साधी. हालांकि इतना जरूर कहा कि सिटिंग विधायकों का टिकट काटने पर कोई भी फैसला सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड और राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह ही लेंगे.
कई नामों पर हो सकता है विवाद
जाहिर है ताजा लिस्ट उन क्षेत्रों की है जहां सपा के उम्मीदवार हारे थे. मगर ज्यादातर सीटों पर उन्हीं हारे हुए उम्मीदवारों पर दांव लगाने को लेकर पार्टी के अंदर विवाद भी हो सकता है. खासतौर पर कई नाम ऐसे हैं जो पहले भी अपनी हार की वजह से चर्चा में रहे और पार्टी ने एक बार फिर उन्हीं पर भरोसा जताया है. मिसाल के तौर पर शाही इमाम अहमद बुखारी के दामाद उमर अली खान को बेहट सहारनपुर से टिकट दिया गया है जबकि पिछली बार वो बहुजन समाज पार्टी के नेता से बुरी तरह हारे थे. इसी तरह यूपी सरकार में मंत्री रहे और वरिष्ठ सपा नेता अंबिका चौधरी को भी बलिया में फेफना से रिपीट किया गया है.
इसके अलावा आपराधिक इतिहास के चलते बस्ती के कप्तानगंज से राम कृष्ण किंकर सिंह और गोरखपुर के चिल्लूपार से राजेंद्र सिंह पहलवान सरीखे उम्मीदवारों पर भी विवाद होना तय है. लखनऊ पूर्व से 2012 में हारने वाली जूही सिंह के बजाय सपा की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष और राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉक्टर श्वेता सिंह की उम्मीदवारी भी चर्चा में है. हालांकि बसपा, बीजेपी और कांग्रेस से पहले लिस्ट जारी कर समाजवादी पार्टी ने ये जरूर जता दिया है कि आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर उनकी तैयारी पूरी है.
यूपी विधानसभा में सपा के पास 229 सीटें हैं, जबकि बसपा के पास 79 सीटें हैं. बीजेपी के पास 41 और कांग्रेस के पास 29 सीटें हैं.