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सपा ने दर्ज नहीं कराए थे मुकदमे, नाराज होने की कोई वजह नहीं: आजम खान

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की मुखरता पर आजम खान ने कहा कि वो मुखर होकर पूरे वक्त घूम रहे हैं, बोल रहे हैं. उसका कोई फायदा नहीं क्योंकि वो सिर्फ चुनाव के समय बोलते हैं.

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सपा नेता आजम खान (फाइल फोटो)
सपा नेता आजम खान (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आजम खान ने अखिलेश पर बोलने से किया इनकार
  • चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान जेल से बाहर आने के बाद राजनीति में फिर से सक्रिय हो गए हैं. रामपुर में होने उपचुनाव को लेकर वो लेकर नवेद मियां और बीजेपी पर हमलावर हैं. इस बीच आजतक से बात करते हुए आजम ने कहा समाजवादी पार्टी से नाराज होने की कोई वजह नहीं है. मुकदमा मेरी पार्टी ने तो दर्ज नहीं कराए थे. 

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आजम खान ने इस दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव के मुद्दे पर बोलने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि हमारा आज का मुद्दा चुनाव है, अखिलेश नहीं. इसके अलावा पार्टी से गले-शिकवे पर कहा कि उससे मुझे कुछ हासिल नहीं होगा. आपके टीवी चैनल की टीआरपी और खबरों के लिए तो ठीक है लेकिन कुछ हासिल होने को तो है नहीं, तो क्यों अपने पैरों और अपने हाथ से कुल्हाड़ी मारूं जिस साख पर बैठा हूं, उसे क्यों काटूं? 

चुनाव के समय बोलने से कुछ नहीं होगा

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की मुखरता पर आजम खान ने कहा कि वो मुखर होकर पूरे वक्त घूम रहे हैं, बोल रहे हैं. उसका नतीजा क्या हुआ. क्या कोई फायदा हुआ, कुछ हासिल नहीं हुआ और सिर्फ चुनाव के समय मुखर होना काफी नहीं होता. चुनाव के पहले भी और बाद भी मुखर होना चाहिए. मुस्लिम लीडरशिप का स्पेस ओवैसी ले रहे हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने खुद को लीडर ही नहीं बताया. उन्होंने कहा कि हम तो लीडर हैं ही नहीं. हम तो अपराधी हैं. हम कैसे लीडर हो सकते हैं. चोर, डकैत कहीं लीडर होते हैं. शराबियों की दुकान लूटने वाले कहीं लीडर हो सकते हैं, हम कहां लीडर हैं? 

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नूपुर शर्मा पर भी बोले आजम

वहीं नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर पर दिए गए बयान पर आजम ने कहा कि यह उनके संस्कार होंगे, उनके मां-पिता ने उन्हें यही सिखाया होगा, दूसरे धर्म को गाली देना. मैंने तो कभी किसी धर्म के ईश्वर को गाली नहीं दी. जुमे की नमाज के बाद हुई पत्थरबाजी पर आजम खान बोले कि हम तो अंधे हैं हम क्या देखेंगे ! देखिए मैंने काला चश्मा लगा रखा है एक आंख में मोतियाबिंद ऑपरेशन हुआ मुझे कुछ दिखाई नहीं देता. उन्होंने प्रयागराज में हुई बुलडोजर की कार्रवाई पर भी कुछ नहीं कहा. 

चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप

रामपुर में उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे लिए छोटा से छोटा और बड़ा से बड़ा चुनाव भी अहम है, लेकिन हम जीत का कोई दावा नहीं कर रहे हैं. हम जीतने वाले से भी यही पूछ रहे हैं कि आप कैसे जीत गए, वह भी नहीं बता पा रहे हैं. हारने वाले से पूछता हूं कि आप कैसे हार गए तो वह भी नहीं बता पा रहे हैं तो अब जीत के दावे का कोई मतलब नहीं है.
उन्होंने रामपुर की पांचों विधानसभा का जिक्र करते हुए कहा कि यहां 5 विधानसभा है, यहां के कमिश्नर दो पर आ आए तो हम हार गए. उन्हें तो पांचों पर जाना चाहिए था. 

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मुसलमान को बनाया तीसरे दर्जे का नागरिक

सपा नेता ने इस दौरान कहा कि देश के मुसलमानों को दूसरे नहीं बल्कि तीसरे दर्जे का नागरिक बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे जैसे लोगों पर बकरी चुराने और शराब की दुकान से 16000 लूटने के मामले दर्ज कर जेल में ठूंस दिया गया तो आप समझ सकते हैं कि हम किस दर्जे के शहरी हो गए. मेरे लिए हालात वैसे ही हैं, जैसे पहले थे. अंतर सिर्फ इतना है कि मैं सुप्रीम कोर्ट का शुक्रगुजार हूं. कोर्ट ने कहा कि एक दो मुकदमे तो सही हो सकते हैं इतने मुकदमे सही नहीं हो सकते. मुझे प्रदेश का एक नंबर का माफिया बताया गया. मुझ पर इतने मुकदमे दर्ज थे, जितने वीरप्पन पर भी नहीं थे. इस दौरान आजम खान ने नवाब मियां पर बोलते हुए कहा कि नवेद नाम के कई लोग हैं, किस नवेद मियां की बात कर रहे हैं.
 

 

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