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सपा सांसद मुनव्वर ने कहा, 'कौन माई का लाल राम मंदिर बनने से रोकेगा'

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर यूपी से सपा के राज्यसभा सांसद चौधरी मुनव्वर सलीम ने एक बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने बुधवार को एटा में अपने एक बयान में कहा कि राम मंदिर भारत में ही बनेगा और कोई माई का लाल मंदिर बनाने से नहीं रोक सकता. सलीम बतौर जिला प्रभारी एटा पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे.

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अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर यूपी से सपा के राज्यसभा सांसद चौधरी मुनव्वर सलीम ने एक बड़ा बयान दे दिया है. उन्होंने बुधवार को एटा में अपने एक बयान में कहा कि राम मंदिर भारत में ही बनेगा और कोई माई का लाल मंदिर बनाने से नहीं रोक सकता. सलीम बतौर जिला प्रभारी एटा पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे.

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कार्यकर्ताओं को संबोधन के दौरान मंदिर निर्माण को लेकर पूछे गए सवाल पर मुनव्वर सलीम ने कहा, 'राम मंदिर अगर हिंदुस्तान में नहीं बनेगा तो कहां बनेगा? और कौन माई का लाल राम मंदिर बनने से रोकेगा.' राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि मलेशिया जैसे मुस्लिम देश में भी कई राम मंदिर हैं. ऐसे में अगर हिंदुस्तान में राम मंदिर नहीं बनेगा तो कहां बनेगा? वहीं, जब उनसे अयोध्या में मंदिर निर्माण सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में राम मंदिर कहीं भी बन सकता है.

मुनव्वर सलीम ने भगवान राम की प्रशंसा करते हुए कहा 'लोहिया कहते थे कि इंसान मूर्ति से नही नहीं, बल्कि वसूलों से जिंदा होता है. राम का जीवन उनकी मर्यादा, उनके आदर्श, उनका सर्वसमाज को लेकर चलने के लिए याद किया जाता है. यहां तक कि उनके राज में आम इंसान को रानी से सवाल पूछने का हक था.' उन्होंने कहा कि मुसलमानों के नेता अलामा इकबाल ने राम के बारे में कहा था 'है राम के वजूद पे हिंदोस्तां को नाज, अहले नजर उसको समझते हैं इमामे हिंद.'

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मुनव्वर सलीम ने दावा किया है कि सपा ने ही सबसे पहले राम राज्य को स्वीकार किया था. उन्होंने कहा कि सपा ही भगवान राम और भगवान कृष्ण के आदर्शों पर चलने वाली अकेली पार्टी है. उन्होंने कल्याण सिंह को राजस्थान का राज्यपाल बनाए जाने पर कहा कि सजायाफ्ता व्यक्ति को संवैधानिक पद की जिम्मेदारी दिया जाना बदकिस्मती है. उन्होंने एमआईएम चीफ आवैसी के सभी भारतीयों को मुस्लिम बनाए जाने संबंधी बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि देश का संविधान सभी को धार्मिक आजादी की इजाजत देता है. ऐसे में सपा जबरन धर्मांतरण का समर्थन नहीं करती है.

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