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यूपी चुनावः सपा-रालोद में कई सीटों पर अटकी बात, अखिलेश और जयंत बोले- हम जाएंगे साथ

पहले ये कहा जा रहा था कि 21 नवंबर को सपा और आरएलडी के बीच गठबंधन का ऐलान हो सकता है. अब दोनों दलों की ओर से ये कहा जा रहा है कि इस महीने के अंत तक गठबंधन का ऐलान हो जाएगा.

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जयंत चौधरी और अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
जयंत चौधरी और अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जयंत चौधरी मांग रहे 50 सीटें, सपा 30 देने को तैयार
  • बसपा और कांग्रेस भी आरएलडी को लाना चाह रहे साथ

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है लेकिन सियासी हलचल पूरी है. सियासी समीकरण सेट करने के साथ ही सियासी दल गठबंधन की गांठें दुरुस्त करने में भी जुट गए हैं. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बाद अब गठबंधन के मोर्चे पर विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) भी एक्टिव मोड में नजर आ रही है.

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सीटों पर खींचतान

सपा और राष्ट्रीय लोक दल के बीच सीट बंटवारे को लेकर बात अटकी है. दोनों दलों में सीटों को लेकर खींचतान चल रही है. सात सीटें ऐसी हैं, जिनपर दोनों ही दल दावा ठोक रहे हैं. आरएलडी कितनी सीटों पर लड़ेगी, इसे लेकर भी सहमति नहीं बन पा रही है. हालांकि, सीटों को लेकर चल रही खींचतान के बीच दोनों दलों के शीर्ष नेता गठबंधन को लेकर सकारात्मक हैं.

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और आरएलडी चीफ जयंत चौधरी, दोनों ने ही ये साफ किया है कि जल्द ही गठबंधन होगा. दोनों दल एक-दूसरे के साथ चुनावी रणभूमि में जाएंगे. पहले ये कहा जा रहा था कि 21 नवंबर को सपा और आरएलडी के बीच गठबंधन का ऐलान हो सकता है. अब दोनों दलों की ओर से ये कहा जा रहा है कि इस महीने के अंत तक गठबंधन का ऐलान हो जाएगा.

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चरथावल सीट पर दोनों दल कर रहे दावा

कांग्रेस पार्टी छोड़कर सपा में आए हरेंद्र मलिक की सीट चरथावल के साथ ही कुछ सीटें ऐसी हैं जिन्हें दोनों ही दल अपने कोटे में देखना चाहते हैं. इन सीटों पर अभी दोनों दलों के बीच ठनी हुई है. चरथावल सीट से सपा ने हरेंद्र मलिक के नाम को हरी झंडी दे दी है. जयंत चौधरी भी इस सीट से दावेदारी कर रहे हैं. सपा का रुख जानते हुए भी जयंत चौधरी ने 20 नवंबर को चरथावल में बड़ी रैली की.

50 सीटें मांग रहे जयंत, सपा 30 तक तैयार

जयंत चौधरी 50 विधानसभा सीटें मांग रहे हैं. सपा, आरएलडी को 28 से 30 सीटें देने के लिए तैयार है. कांग्रेस की ओर से भी जयंत चौधरी को लगातार ऑफर मिल रहा है. कांग्रेस के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की ओर से भी गठबंधन के लिए डोरे डाले जा रहे हैं. हालांकि, जयंत चौधरी और अखिलेश यादव ये ऐलान कर चुके हैं कि आरएलडी और सपा चुनाव मैदान में साथ जाएंगे.

जयंत को साथ लेना चाह रहा बीजेपी का एक धड़ा

यूपी चुनाव से पहले विपक्षी दल ही नहीं, सत्ताधारी दल की ओर से भी जयंत चौधरी को साथ लाने की कोशिशों की चर्चा है. चर्चा ये भी है कि बीजेपी का भी एक धड़ा जयंत की पार्टी के साथ गठबंधन चाहता है. तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद बीजेपी की कोशिश अब जयंत को साथ लाने की है. गृह मंत्री अमित शाह को पश्चिमी यूपी का प्रभारी बनाए जाने के बाद भी इस चर्चा को और बल मिला है.

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