उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के 78 गांवों में सवा करोड़ के स्ट्रीट और सोलर लाइट का घोटाला सामने आया है. खास बात ये है कि इस घोटाले का खुलासा सीडीओ ने किया है. आरोपों के मुताबिक यहां प्रधानों और ग्राम विकास अधिकारियों ने मिलकर घोटाले को अंजाम दिया है. फिलहाल सवा करोड़ की हुई लाइट खरीद में रिकवरी की कार्रवाई की जा रही है, साथ ही प्रधानों और सचिवों को नोटिस जारी की गई है.
सवा करोड़ रुपए का घोटाला
शहाजहांपुर के बंडा और खुटार के गांव की गलियों में एक स्ट्रीट लाइट की कीमत 5440 रुपए चुकाई गई, जबकि बाजार में इसकी कीमत महज एक हजार रुपए है. सोलर लाइट के लिए 22 हजार आठ सौ का भुगतान किया गया, जबकि बाजार में इसकी कीमत महज 10 हजार रुपए ही है. इन लाइटों की सप्लाई दोनों ब्लॉक के 78 गांवों में की गई थी. नियमों को ताक पर रखकर की गई इन लाइटों की खरीद में प्रधानों और ग्राम सेकेट्री ने मिलकर सवा करोड़ का घोटाला कर दिया. इन सभी लाइटों की सप्लाई इलाके की एक ही फर्म के जरिए की गई.
पांच सदस्यों की टीम कर रही है जांच
घोटाले की शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने पांच सदस्यीय टीम बनाकर इसकी जांच कराई तो घोटाले का सच सामने आया. सीडीओ ने घोटालेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सवा करोड़ रुपए की रिकवरी करने के आदेश जारी किए हैं. इसके साथ ही ग्राम प्रधानों और सचिवों को नोटिस जारी किए गए हैं.
कई करोड़ का हो सकता है घोटाला
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सवा करोड़ के घोटाले के खुलासे के बाद से दोनों ब्लॉकों के 78 गांवों के प्रधानों में हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में अब जनपद के बाकी बचे ब्लॉकों में भी जांच के आदेश दिए गए हैं. आशंका व्यक्त की जा रही है कि ये घोटाला अभी बढ़कर कई करोड़ों में पहुंच सकता है.