लखीमपुर में दो किसानों की जान ले चुके गन्ना मूल्य ने अब एक होनहार छात्र की बलि भी ले ली. स्कूल की फीस नहीं भर पाने से व्यथित इस मेधावी छात्र ने गणतंत्र दिवस की रात उसी बांस के टुकड़े पर फांसी लगा ली, जिस पर लटकर वह कसरत किया करता था.
लखीमपुर जिले के हैदराबाद थाना क्षेत्र निवासी सौरभ कुमार वर्मा ने अपने सुसाइड नोट में स्कूल की फीस नहीं भर पाने को आत्महत्या का कारण बताया है. सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज में 12वीं के इस 17 वर्षीय छात्र ने अपने नोट में सभी माता-पिता से हैसियत के हिसाब से ही बच्चों को पढ़ाने की मार्मिक अपील की है.
एनडीए में भर्ती हो बनना चाहता था अफसर
गांव कोटखेरवा निवासी गन्ना किसान सुरेंद्र कुमार वर्मा का सबसे बड़ा बेटा सौरभ बहुत ही मेधावी था. उसने 10वीं की परीक्षा 87 फीसदी अंक के साथ पास की थी. वह एनडीए की परीक्षा पास कर फौज में अफसर बनना चाहता था. इसके लिए वह घर के बाहर सेमल और अमरूद के पेड़ के बीच बांस का टुकड़ा बांधकर लंबाई बढ़ाने के लिए रोज कसरत भी करता था.
अटका था पिता के गन्ने का भुगतान
गांव के पूर्व प्रधान राम सिंह वर्मा ने बताया कि सौरभ के पिता सुरेंद्र अपनी नौ बीघा जमीन पर गन्ने की खेती किया करते हैं. फसल भी ठीक-ठाक होती है, लेकिन पिछले सीजन में बेचे गए गन्ने के मूल्य का भुगतान अभी तक नहीं हुआ जिसके कारण उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. अगस्त 2013 से ही सौरभ की स्कूल की फीस जमा नहीं की जा सकी थी.
सुरेंद्र के दो अन्य बेटे करन और कमल भी उसी स्कूल में पढ़ते थे, लेकिन तंगहाली के कारण उन्हें इस साल निकट के ही गांव के स्कूल में दाखिला दिलाया गया. हैदराबाद थाना इंचार्ज अहमद जलाल जैदी ने बताया कि पिता की तहरीर पर खुदकुशी मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.