उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में कर्ज के बोझ तले दबे और लम्बे समय से बीमार किसान ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
गोला तहसील के उपजिलाधिकारी शम्भू कुमार ने बताया कि भीरा थाना क्षेत्र के बस्तौली गांव के निवासी किसान सत्यपाल सिंह (40) ने गांव स्थित एक बाग में पेड़ पर लगाये फंदे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
उन्होंने बताया कि मृत किसान के परिजन को मुआवजा देने पर विचार किया जा रहा है.
इस बीच, पुलिस सूत्रों के मुताबिक सिंह ने भीरा थाने के प्रभारी को सम्बोधित पत्र में लिखा है कि उस पर इलाहाबाद बैंक का एक लाख रुपये, भूमि विकास बैंक का 70 हजार रुपये, बस्तौली गन्ना समिति का 38 हजार रुपये तथा भीरा गन्ना समिति का 20 हजार रुपये कर्ज था.
उन्होंने बताया कि पत्र में सिंह ने यह भी कहा है कि वह लम्बे वक्त से रीढ़ में दर्द से परेशान था और गरीबी के हालात में उसके पास आत्महत्या के सिवा और कोई चारा नहीं है.
सिंह के बेटे राम प्रताप के मुताबिक गन्ना के बकाया मूल्य का भुगतान नहीं होने तथा फसलें बरबाद होने के कारण उसके पिता पर कर्ज का बोझ बहुत बढ़ गया था.