गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) सुलभ इंटरनेशनल ने यूपी के गांवों में 108 शौचालयों का निर्माण कराया है. इनमें वह गांव भी शामिल है, जहां शौच के लिए गई दो किशोरियों का अपहरण कर कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया गया और फिर हत्या कर उनके शव को पेड़ से लटका दिया गया था.
सुलभ के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक ने कहा कि बदायूं जिले के कटरा सदातगंज गांव में कई शौचालयों का निर्माण किया गया है और 31 अगस्त को उन्हें ग्रामीणों के हवाले कर दिया जाएगा.
पाठक ने कहा, 'खुले में शौच के लिए गई महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध ने चिंता बढ़ा दी है. बदायूं की घटना ने देश के देहाती क्षेत्रों में ऐसे कम लागत के शौचालयों के निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को बढ़ा दिया है.'
एनजीओ के प्रवक्ता मदन झा ने कहा कि सुलभ के 'हर घर के लिए शौचालय' अभियान के तहत 108 शौचालय बनाए गए हैं. पाठक ने कहा कि सुलभ ने दोनों लड़कियों को श्रद्धांजलि देने के लिए गांव को गोद ले लिया है. पाठक की योजना वहां व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने की है. उन्होंने कहा, 'इससे इलाके की महिलाओं की दशा सुधारने में मदद मिलेगी.'
बिंदेश्वर पाठक ने कहा कि संस्थान लड़कियों को सिलाई मशीन चलाना, कंप्यूटर, कढ़ाई उपकरण और मशीन चलाने के अलावा पापड़ बनाना, अचार व मुरब्बा बनाने का प्रशिक्षण देगा, जिससे उन्हें पैसे कमाने में मदद मिलेगी.
सुलभ ने एक स्कूल को भी गोद लेने और उसकी मरम्मत कराने की योजना बनाई है. पिछले एक साल में उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र से यौन हमले की घटनाओं की बाढ़ आ गई है. इन घटनाओं पर समाज और सरकार में चिंता बढ़ी है.