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मायावती ने कहा- गद्दार मौर्य की सजा समाज को नहीं, मौर्य बोले- सम्मान नहीं करना जानती माया

बीएसपी से बगावत कर पार्टी छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए बीजेपी ने अपने दरवाजे खोल दिए हैं. दावा किया जा रहा है कि बीजेपी में मौर्य की एंट्री को लेकर सैद्धांतिक तौर पर सहमति बन चुकी है.

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एक जुलाई को शक्ति प्रदर्शन करेंगे मौर्य
एक जुलाई को शक्ति प्रदर्शन करेंगे मौर्य

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बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से बगावत कर पार्टी छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए बीजेपी ने अपने दरवाजे खोल दिए हैं. दावा किया जा रहा है कि बीजेपी में मौर्य की एंट्री को लेकर सैद्धांतिक तौर पर सहमति बन चुकी है. शनिवार को वह दोबारा सीनियर बीजेपी नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं.

बीएसपी की मीटिंग में मायावती ने मौर्य को गद्दार कहा
इस बीच, यूपी की राजधानी लखनऊ में बीएसपी विधायक दल की बैठक में मायावती ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के गद्दारी की सजा कुशवाहा समाज को नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य अपने स्वार्थ की वजह से बीएसपी को छोड़कर गए. उनके जैसे गद्दार लोगों के साथ समाज नहीं गया. वो अकेले गए हैं. बीएसपी में उनकी वापसी अब कभी नहीं होगी. मायावती ने कहा कि यूपी में मौर्य, शाक्य और सैनी, कुशवाहा समाज को मौर्य की गद्दारी की सजा नहीं मिलेगी. बीएसपी इस समाज का आदर-सम्मान कम नहीं करेगी.

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मौर्य का पलटवार- मायवती किसी का सम्मान नहीं करती हैं
वहीं मायावती के बयान पर पलटवार करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि वह किसी को सम्मान देना नहीं जानती. बीएसपी के सभी कार्यकर्ताओं को मायावती ने अपमानित किया है. मौर्य ने कहा कि मेरे कारण उन्होंने निकाले गए विधायकों को पार्टी में वापस बुलाया. उन्होंने कहा कि जब पार्टी टितट की नीलामी कर रही है तो अभी और भी लोग पार्टी छोड़ेंगे. मैंने अपने विधायकों को बीएसपी की मीटिंग में भेजा है.

मौर्य ने कहा- जुलाई में अगले कदम का फैसला
दिल्ली में मौजूद मौर्य ने इससे पहले बीजेपी से हाथ मिलाने के सवाल पर चुप्पी साधे रखी. हालांकि उन्होंने बीजेपी नेता ओम माथुर से अपनी मुलाकात की खबर को बकवास बताते हुए इससे इनकार कर दिया. बीएसपी प्रमुख मायावती पर हमला करने वाले मौर्य ने कहा कि वह अपने अगले कदम के बारे में जुलाई में फैसला करेंगे.

एक जुलाई को शक्ति प्रदर्शन करेंगे मौर्य
एक जुलाई को मौर्य ने लखनऊ में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है. इसे उनका शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा है. अगर समर्थन अच्छा मिला तो स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी पार्टी भी बना सकते हैं ताकि उनकी स्थिति मजबूत हो और मोलतोल करके वह बाद में बीजेपी या सपा से जा मिलें.

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सपा में बंद हुए मौर्य के रास्ते
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी से बड़ी मांग किए जाने की वजह से वहां मौर्य का सिक्का नहीं जम सका है. इसके बाद ही मौर्य ने सपा को गुंडों की पार्टी कह डाला और इसके पलटवार में सपा ने भी उन्हें निशाने पर ले लिया. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को मौर्य की प्रशंसा करते हुए कहा था कि मौर्य अच्छे आदमी हैं, लेकिन गलत पार्टी में थे.

शिवपाल बोले- मौर्य को मानसिक इलाज की जरूरत
सपा के कद्दावर नेता और कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने शुक्रवार को कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल ने कहा कि मौर्य का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, क्योंकि उन्हें बीएसपी में जरूरत से ज्यादा महत्व मिल गया था. शिवपाल ने कहा कि मौर्य को मानसिक इलाज की जरूरत है.

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