टी-20 विश्वकप में भारत का पहले रोमांचक मैच पाकिस्तान से होने वाला है. इसके लिए लोग खासा उत्साहित हैं. मैच से पहले भारत की जीत के लिए पूरे देश में दुआवों का दौर शुरू हो चुका है. सभी जाति, धर्म और मजहब के लोग अपने- अपने तरीके से अपने देवी-देवताओं के यहां टीम इंडिया की जीत की कामना के लिए अर्जी लगाने लगे है.
ऐसा ही कुछ यूपी के काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव के मंदिर में भी देखने को मिला. जहां मंदिर में रविवार को दर्शन के विशेष महत्व के साथ तंत्र पूजन करके टीम इंडिया के लिए बाबा कालभैरव को प्रिय मदिरा भी चढ़ाई गई.
बता दें कि रविवार के दिन काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव का दर्शन विशेष फलदायी होता. अगर बाबा कालभैरव का विधि विधान से पूरे मंत्रोच्चार के साथ पूजन हो तो ये अच्छा होता है. बाबा कालभैरव को प्रिय मदिरा का भोग लगाया जाए तो सारे काम बन जाते है और मुरादे भी पूरी हो जाती है. इतना ही नहीं बुरी नजर, बाधा और कष्ट से भी निजात मिलती है.
यह सब कुछ आज किसी और के लिए नहीं, बल्कि टीम इंडिया के लिए भारत-पाक के टी-20 क्रिकेट मैच के ठीक पहले किया गया. बाबा कालभैरव के गर्भगृह में भारतीय टीम के समर्थन के लिए तन्त्र पूजन किया गया. इतना ही नहीं गर्भगृह में विशेष पूजन के तहत भारतीय टीम के खिलाड़ियों के समर्थन में कालभैरव मंदिर के पुजारी भी शामिल हुए. पूजन की विधि शुरू करते हुए खिलाड़ियों के पोस्टर के साथ काल भैरव के सामने मंत्रोचार करते हुए बाबा के सिंदूर से विजय तिलक लगाया गया. साथ ही टीम की जीत के लिए कालभैरव को मदिरा भी चढ़ाई गयी. इसके बाद टीम के खिलाड़ियों की नजर और बाधा से मुक्ति के लिए उनकी तस्वीर को मंत्रोच्चार करके झाड़ा गया. यहां हर हर महादेव की उदघोष में मन्दिर परिसर गूंज उठा.
इस मौके पर पूजा कराने वाले पुजारी संजय दुबे ने बताया कि इस विशेष पूजन से टीम इंडिया को सारी बाधा, कष्ट और बुरी नजर से मुक्ति मिलेगी. वहीं टीम इंडिया के प्रशंसक और बाबा कालभैरव के भक्त मनोज ने बताया कि बाबा से कामना की गई है कि जैसे पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा वर्ड कप में विजय मिली है, वैसे ही इस बार भी ऐतिहासिक विजय हासिल हो. बाबा को मदिरा प्रिय है, इसलिए तांत्रिक पूजन विधि विधान से किया गया और मदिरा चढ़ाई गई. बाबा के दरबार से कोई खाली नहीं जाता. इसलिए पूरी टीम के पोस्टर को लेकर आशिर्वाद दिलाया गया ताकि बाबा सारे कष्ट दूर करें.