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कानपुर में भी सामने आया ‘लव जेहाद’ का मामला, नाबालिग से जबरदस्ती किया निकाह

रांची की शूटर तारा शाहदेव के बाद अब ‘लव जेहाद’ का एक सनसनीखेज मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में सामने आया है. यहां ताइक्वांडो और टेबल टेनिस खि‍लाड़ी का आरोप है कि एक युवक ने अपना असली नाम छिपाकर पहले उससे दोस्ती की और फिर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया. हालांकि पुलिस ने फिलहाल इस बात से इनकार कर रही है.

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Symbolic Image
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रांची की शूटर तारा शाहदेव के बाद अब ‘लव जेहाद’ का एक सनसनीखेज मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में सामने आया है. यहां ताइक्वांडो और टेबल टेनिस खि‍लाड़ी का आरोप है कि एक युवक ने अपना असली नाम छिपाकर पहले उससे दोस्ती की और फिर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया. हालांकि पुलिस ने फिलहाल इस बात से इनकार कर रही है.

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14 साल की किशोरी आरोपी के साथ 16 अगस्त से ही गायब थी, लेकिन परिजनों की शिकायत के बावजूद पुलिस ने प्रेम प्रसंग बताकर इस मामले में कार्रवाई नहीं की. आखिरकार डीआईजी (कानपुर) आरके चतुर्वेदी के हस्तक्षेप के बाद 26 अगस्त को किशोरी को बचाया गया. इस मामले में पुलिस ने लड़की को किडनैप करने और जबरदस्ती निकाह करने के आरोपी मोहम्मद वसीम को भी गिरफ्तार कर लिया है. पीड़ित ने राष्ट्रीय ताइक्वांडो टूर्नामेंट में भाग लिया है और वह एनसीसी की भी कैडेट है.

राष्ट्रीय स्तर की इस ताइक्वांडो खिलाड़ी की स्कूल के एनसीसी कैंप के दौरान बस कंडक्टर वसीम उर्फ राजा से उसकी मुलाकात हुई थी. पीड़ि‍त ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि इसी दौरान कंडक्टर वसीम ने उसका मोबाइल नंबर लिया था. इसके बाद उसने एनसीसी कैंप से वापस आने पर उसको फोन किया. उसने फोन पर अपना नाम राजा बताया और कहा कि वो भी उन्हीं की जाति का है. इसके बाद दोनों के बीच अक्सर बातचीत होने लगी.

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एक दिन वसीम की बहन ने अपना नाम रानी बताकर पीड़ि‍त से बात की और कहा कि राजा उससे शादी करना चाहता है. इसके बाद 16 अगस्त को वो वसीम उर्फ राजा के साथ भाग गई और उस रात उसके घर पर ही रुकी. लेकिन अगले दिन उसे पता चल गया कि राजा का असली नाम वसीम है और वह मुस्‍लिम है. इसके बाद पीड़ित ने भागने की कोशिश की लेकिन वसीम ने उसे कमरे में बंद कर दिया.

आरोपी के चंगुल से छूटकर घर पहुंची पीड़ित किशोरी की आपबीती सुनकर परिवार के होश उड़ गए. उसने बताया कि वसीम और उसके परिवारवालों ने उसे जान से मारने की धमकी देकर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया. किशोरी ने बताया कि उससे जबरदस्ती एक एफिडेविट पर दस्तखत कराए गए और 18 अगस्त को एक काजी ने उसका निकाह करा दिया. इसके कुछ दिन बाद किसी तरह छिपकर उसने अपने पिता को फोन करके सारी घटना के बारे में बताया और इसके बाद उसे वसीम के चंगुल से छुड़ाया गया.

वसीम को इस मामले में आईपीसी की धारा 363 और 366 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. उस पर किडनैपिंग और नाबालिग से जबरदस्ती निकाह करने का आरोप है.

‘लव जेहाद’ की शिकार किशोरी का नाम महरीन रखकर निकाहनामा पढ़ा गया था. काजी ने लड़की के पक्ष में किसी के न होने पर दानिश व सलमान नाम के दो युवकों को निकाह में गवाह बनाया, जबकि निकाहनामे पर किशोरी ने असली नाम के हस्ताक्षर भी किए. परिजनों ने इसे सोची समझी साजिश बताते हुए काजी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.

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