उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है, लेकिन उनके इस कदम ने एक और विवाद को जन्म दे दिया है.
उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में गोंडा के विधायक विनोद सिंह को मंत्री बनाया है . जिन पर सीएमओ के अपहरण का आरोप लगा था.
गौरतलब है कि गोंडा सदर के विधायक और राज्यमंत्री विनोद कुमार सिंह पर आरोप लगा था कि उन्होंने 9 अक्टूबर की आधी रात को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसपी सिंह को उनके घर से उठा लिया और घंटों उनके साथ बदसलूकी की.
इसके बाद मंत्री ने डॉ सिंह पर नियुक्तियों की लिस्ट बदलने का दबाव डाला. मौका मिलते ही डॉक्टर सिंह ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को बुला लिया. इसके बाद सीएमओ कई दिनों तक लापता रहे. मामला सामने आने के बाद दबंग मंत्री विनोद सिंह उर्फ पंडित सिंह की मंत्रिमंडल से छुट्टी हो गई थी.
हालांकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने इस फैसला का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि हमने मामले की जांच कराई थी. जांच रिपोर्ट में पंडित सिंह के खिलाफ कुछ भी नहीं मिला इसके बाद ही उन्हें फिर से मंत्रिमंडल में शामिल करने का फैसला किया.