उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के चौरी चौरा के रहने वाले शैलेंद्र शुक्ला सोमवार को अफगानिस्तान से अपने घर सही सलामत पहुंच गए. घर पहुंचने पर उनकी मां ने मिठाई खिलाकर शैलेंद्र स्वागत किया. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और आजतक को धन्यवाद दिया.
आजतक से खास बातचीत में शैलेंद्र शुक्ला ने बताया कि अफगानिस्तान का माहौल काफी बुरा है वो हमारे देश भारत से 40 साल पीछे है. वहां के लोगों के हालात को देखकर रोना आ रहा है. पूरी दुनिया में भारत सबसे अच्छा देश है यहां पर कोई भी असुरक्षित नहीं है. शैलेंद्र ने बताया कि वतन लौटते समय कई भारतीयों को तालिबान ने एयरपोर्ट पर बंधक बना लिया था. लेकिन मीडिया के माध्यम से जब बंधक बनाने की खबर चली तो हम लोगों के प्रति तालिबानियों का रवैया पूरी तरह से बदल गया. उन्होंने हम को सबको पानी पिलाया, चाय पिलाई, खाना खिलाया और लगभग चार घंटे बाद सभी को छोड़ दिया.
तालिबान ने किडनैप के बाद 150 भारतीयों को छोड़ा
शैलेंद्र शुक्ला ने बताया कि तालिबानी यह दिखाने की कोशिश कर रहे थे कि वो नरम दिल हैं. लेकिन हालात इसके बिल्कुल अलग हैं. एक गोली चलने की आवाज के बाद लगातार गोलियां चलनी शुरू हो जाती हैं. जब हम सब तालिबानियों के कब्जे में थे सभी काफी डरे हुए थे. लेकिन भारत सरकार और मीडिया की वजह से वो सभी सुरक्षित अपने घर पहुंचने में कामयाब रहे.
वतन लौटने पर शख्स ने सुनाई आपबीती
सुरक्षित घर लौटने पर शैलेंद्र शुक्ला ने बताया कि वो 17 सालों से विदेश में रहते हैं. 11 सालों तक उन्होंने श्रीलंका में काम किया 8 माह नाइजीरिया और पांच साल ओमान में रहे. बीते 16 जुलाई से वो अफगानिस्तान गए थे जहां उन्हें 60 से 65 हजार रुपये सैलरी मिल रही थी. उन्होंने कहा, ''मैं आजतक न्यूज चैनल और सोशल मीडिया एवं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी जी का धन्यवाद देना चाहता हूं.''