राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के अध्यक्ष अजित सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार अनुभवहीन है और इसमें साढ़े चार मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं, पूरा सिस्टम लक्ष्यहीन हो गया है, जिससे प्रदेश के विकास का ग्राफ लगातार निरंतर गिरता जा रहा है.
अमरोहा में आयोजित आरएलडी की संकल्प रैली में केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ने कहा कि सपा सरकार ने अकलियतों को 18 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कही थी, जिस पर उसने वादाखिलाफी की. चुनाव से पहले सपा सरकार ने जनता से वादा किया था कि शहर में 24 घंटे तथा गांव में 22 घंटे बिजली दी जाएगी तथा 2016 के बाद 24 घंटे बिजली दी जाएगी, लेकिन प्रदेश सरकार ने वह भी नहीं किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार जनता को आए दिन नए-नए सब्जबाग दिखाकर राजनीतिक लाभ के लिए झूठ का पुलिंदा बना रही है.
अजित सिंह ने कहा कि केंद्रीय सेवाओं में जाट आरक्षण सभी पर समानरूप से लागू किया जाएगा, चाहे वह सिख जाट, मुस्लिम जाट या फिर विश्नोई जाट हो. उन्होंने कहा मुसलमानों के हक की लड़ाई लड़ने के लिए राष्ट्रीय लोकदल शुरू से लेकर अब तक लड़ता चला आ रहा है और आगे भी लड़ता रहेगा.
आरएलडी के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चैधरी ने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए वर्तमान सपा सरकार तथा पिछली बसपा सरकार ने जनता को ठगने का काम किया है. पिछली बसपा सरकार ने अपने शासनकाल में कहा था, ‘बटन दबाओं हाथी पर चढ़ जाओ गुंडों की छाती पर.’ इसके बाद बसपा सरकार की जनविरोधी तथा किसान विरोधी कार्यशैली के कारण जनता ने कहा, ‘गुंडे चढ़ गए हाथी पर गोली मारो छाती पर.’
उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में बसपा को भूमि सेल पार्टी कहा जाता था क्योंकि बसपा सरकार ने किसानों की भूमि जबरन अधिग्रहीत कर औने-पौने दामों में लेकर उनके ऊपर गोली चलवाई थी और अब वर्तमान सपा सरकार किसानों को उनका बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं कर रही, जिससे उनकी कमर टूटती जा रही है.
जयंत ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगा सांप्रदायिक नहीं, बल्कि बीजेपी और सपा की मिलीभगत का नतीजा था, दोनों ने मिलकर धार्मिक उन्माद भड़काया. उन्होंने कहा कि बीजेपी द्वारा राजनीतिक स्वार्थ के लिए चाय पिलाई जा रही है, लेकिन पश्चिम उत्तर प्रदेश की जनता मोदी की नफरत का बीज बोने वाली फीकी चाय नहीं पीना चाहती, क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता खड़े चम्मच की मीठी चाय पीती है.