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भारत बंदः यूपी में ट्रेनें रोके जाने से यात्री परेशान

उत्तर प्रदेश में भारत बंद के तहत विभिन्न स्थानों पर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं द्वारा रेलगाड़ियां रोके जाने और सड़क जाम करने की वजह से मुसाफिरों और आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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यूपी में रेल यातायात प्रभावित
यूपी में रेल यातायात प्रभावित

उत्तर प्रदेश में भारत बंद के तहत विभिन्न स्थानों पर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं द्वारा रेलगाड़ियां रोके जाने और सड़क जाम करने की वजह से मुसाफिरों और आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह प्रदर्शन खुदरा बाजारों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी, डीजल की कीमतों में वृद्धि और रसोई गैस की राशनिंग के खिलाफ किया जा रहा है.

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सपा कार्यकर्ताओं ने जहां इलाहाबाद, लखनऊ, गोरखपुर, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, मेरठ, फिरोजाबाद और कानपुर में रेलगाड़ियां रोकी, वहीं भाजपाईयों ने मथुरा में दिल्ली-आगरा राजमार्ग और कानपुर में दिल्ली-हावड़ा राजमार्ग को जाम किया.

इलाहाबाद में सपा कार्यकर्ताओं ने रेलपटरियों को अवरूद्ध कर त्रिवेणी एक्सप्रेस, वाराणसी में वाराणसी-लखनऊ पैसेंजर, रायबरेली में गंगा-गोमती एक्सप्रेस, मथुरा में भुवनेश्वर एक्सप्रेस, मेरठ में शालीमार एक्सप्रेस, चंदौली में लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस, फिरोजाबाद में हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस और लखनऊ में जनता एक्सप्रेस को रोका. वहीं कानपुर में व्यापारियों ने स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस को रोका.

लखनऊ में रोकी गई जनता एक्सप्रेस में सवार यात्री महानंद दीक्षित ने कहा कि ट्रेनें रोके जाने से यात्रियों को अपने गंतव्य स्थानों पर पहुंचनें में देरी होती है. अधिकतर लोगों को समय पर पहुंचकर जरूरी कार्य पूरे करने होते हैं.

इलाहाबाद में रोकी गई त्रिवेणी एक्सप्रेस में सवार राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि मुझे लखनऊ में दस बजे अपने दफ्तर पहुंचना था, लेकिन अब निश्चति रूप से देरी हो जाएगी.

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उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल अपने हित के लिए ऐसे बंद का आयोजन करते हैं और रेलगाड़ियों को निशाना बनाकर यात्रियों को परेशान किया जाता है.

रायबरेली में रोकी गई गंगा-गोमती एक्सप्रेस में सवार अविनाश मिश्रा ने कहा कि निश्चति रूप से इस तरह के बंद के दौरान रेलगाड़ियां रोके जाने से आम यात्रियों को परेशानी होती है, लेकिन कहीं न कहीं ये भी सही बात है कि ये हमारी भलाई के लिए किया जा रहा है.

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विभिन्न जगहों पर रेलगाड़ियां जरूर रोकी गई हैं, लेकिन अधिकतम दस से पंद्रह मिनट के अंदर सभी जगहों पर रेलगाड़ियों को रवाना कर दिया गया.

कानपुर में सड़क जाम में फंसे शिक्षक अजय शुक्ला ने कहा, ‘डीजल और रसोई गैस के दाम बढ़ने से महंगाई और बढ़ेगी, जिससे पहले से ही परेशान जनता की मुश्किलें ओर बढ़ जाएंगी. बंद के दौरान हमें एक ही दिन थोड़ा परेशान होना पड़ेगा लेकिन मूल्यवृद्धि से तो हमें रोज परेशानी झेलनी पड़ेगी. महंगाई से परेशान आम आदमी कहीं न कहीं इस बंद से भावनातमक रूप से जुड़ा हुई है.’

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