यूपी के बाराबंकी में थाने के अंदर एक महिला को जलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. एक पत्रकार की मां ने आरोप लगाया है कि पुलिस लॉकअप से अपने पति को छुडाने के लिए रिश्वत देने से इनकार करने पर पेट्रोल छिड़कर आग के हवाले कर दिया. इस मामले में थाना प्रभारी और उप-निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है. महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, गंभीर रूप से झुलसी महिला नीतू द्विवेदी ने मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में कहा कि सोमवार सुबह वह लॉकअप में बंद अपने पति रामनारायण को छुड़ाने के लिए कोठी थाने पहुंची थी. वहां थानेदार राम साहब सिंह यादव और उप-निरीक्षक अखिलेश राय ने उससे एक लाख रुपये की मांग की.
पेट्रोल डालकर जलाया!
महिला ने अपने बयान में कहा कि पैसा देने से इंकार करने पर दोनों पुलिसवालों ने उसके साथ गाली-गलौज की और उसके शरीर पेट्रोल डालकर आग लगा दी. इस पर पुलिस का कहना है कि महिला ने पुलिसकर्मियों के कथित अभ्रद व्यवहार से क्षुब्ध होकर आत्मदाह करने की कोशिश की है.
दोनों पुलिसवाले निलंबित
पुलिस अधीक्षक अब्दुल हमीद ने बताया है कि इस घटना की गंभीरता और महिला के आरोपों को देखते हुए कोठी थाने के प्रभारी यादव और उप-निरीक्षक अखिलेश राय के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज करके निलंबित कर दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. इलाके में तनाव को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
गहराई से होगी जांच
सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. महिला को इलाज के लिए लखनउ के ट्रामा सेंटर भेजा गया है.
बताते चलें कि शाहजहांपुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह की कथित रूप से सरकार के एक मंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा के खिलाफ फेसबुक पर खबर देने को लेकर पुलिस द्वारा जला दिए जाने से मौत हो जाने की घटना के महीने भर बाद ही यह घटना हुई है.