शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने वसीम रिजवी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कल्बे जवाद ने मांग की है कि मदरसों पर सवाल उठाने और मदरसा शिक्षा खत्म करने की मांग के बाद अब रिजवी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. कल्बे जवाद ने कहा कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने मदरसा शिक्षा पर निराधार और बेबुनियाद आरोप लगाए हैं. उन्होंने मदरसों को आतंक से जोड़कर बड़ा पाप किया है, इसलिए माफी नहीं दी जा सकती.
जवाद ने कहा कि मदरसों के लिये शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी द्वारा दिए गए निराधार बयान की भारत के सभी उलेमाओं ने संयुक्त रूप से निंदा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वसीम रिजवी की गिरफ्तारी की मांग की.
शिया धर्म गुरु ने यूपी सरकार से सवाल किया कि आखिर सरकार द्वारा वसीम रिजवी को छूट दिए जाने का कारण क्या है? अभी तक उसके खिलाफ लंबित सीबीआई जांच क्यों नहीं कराई गई और न पुलिस द्वारा चार्जशीट दाखिल की जा रही है. जबकि उसका अपराध और भ्रष्टाचार साबित हो चुका है. मौलाना ने अधिक कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि ऐसे बयानों से देश का माहौल खराब हो सकता है और उत्तर प्रदेश में दंगों की स्थिति पैदा हो सकती है. इसलिए इस पर सख्त कार्यवाही हो और वसीम रिजवी को गिरफतार किया जाये.
शिया मौलाना ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी चुनौती दी. उन्होंने कहा कि अगर सरकार वसीम रिजवी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करती है तो हम लखनऊ से दिल्ली तक विरोध करने पर मजबूर होंगे.
मौलाना ने कहा कि 5 साल के लिए मदरसे आजम खान के पास रहे हैं, जिसका मतलब है कि आजम खान के समय से आतंकवादी बनाये जा रहे हैं. चेयरमेन भी पांच साल तक चुप रहा है, इसका मतलब ये हुआ के वो भी आतंकवादी बनाने के अपराध में शामिल है.
मौलाना ने शिया मदरसों के जिम्मेदारों से भी कहा कि वह इस मामले पर क्यों चुप्प हैं. रिजवी ने मदरसों को निशाना बनाया है और उन पर आतंकवादी बनाने का आरोप लगाया है. इसलिए शिया मदरसों के जिम्मेदार उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग करें.
कल्बे जवाद ने कहा कि वसीम रिजवी अपने हितों को प्राप्त करने और गिरफ्तारी से बचने के लिए ऐसे निराधार और भड़काऊ बयान दे रहा है, लेकिन अब इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. कल्बे जवाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि वसीम रिजवी के निराधार आरोपों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उसे गिरफ्तार किया जाये. अगर कार्रवाई नहीं की जाती है तो हमारे पास विरोध का अधिकार सुरक्षित रहेगा.