कानपुर में इलाज करा रही उन्नाव पीड़िता की हालत में अभी कोई खास सुधार नहीं दिख रहा है. इस बीच पीड़िता से मिलने पहुंची सीपीएम की पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने कहा कि यह कांड तंत्र-मंत्र से भी जुड़ा हो सकता है. बुधवार को उन्नाव में 3 दलित लड़कियां संदिग्ध परिस्थितियों में मिलीं, जिसमें से 2 की मौत हो गई और तीसरी का कानपुर में इलाज चल रहा है.
उन्नाव में तीन लड़कियों के बीच यह लड़की किसी तरह जिंदा बची है लेकिन जिंदगी के लिए उसकी जद्दोजहद जारी है. हालांकि कानपुर के एक हॉस्पिटल में भी भर्ती लड़की की हालत में कुछ खास सुधार नहीं हो पा रहा है.
कानपुर के रीजेंसी हॉस्पिटल में डॉक्टरों का पैनल लड़की का इलाज कर रहा है. रात में इलाज के दौरान लड़की के वेंटिलेटर पर जाने पर डॉक्टरों के हाथ-पांव फूल गए थे, लेकिन सुबह होते-होते लड़की की हालत वैसी ही बनी हुई है.
6 डॉक्टरों का पैनल कर रहा इलाज
हॉस्पिटल में किसी को भी लड़की को देखने और परिजनों से मिलने पर रोक दिया गया है. रीजेंसी हॉस्पिटल के पीआरओ परमजीत सिंह ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि 6 डॉक्टरों का पैनल लड़की का इलाज कर रहा है. उसके शरीर में अभी तक कोई चोट का निशान नहीं मिला है. लेकिन किसी तरह लड़की को बचाना पहला लक्ष्य है.
इस बीच हॉस्पिटल देखने पहुंचीं सीपीएम की पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने इस कांड के बारे में अलग ही नजरिया पेश कर दिया. सुभाषिनी अली का मानना है कि लड़कियों के साथ जो घटना हुई है, उससे देखकर लगता है कि यह घटना तंत्र-मंत्र से जुड़ी हो सकती है. उन्होंने यहां तक कह डाला कि सरकार में अंधविश्वास बढ़ता जा रहा है.
दूसरी ओर, इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है. रीजेंसी हॉस्पिटल में लड़की से मिलने के लिए राजनीतिक दलों के नेताओं का आना लगातार जारी है.