उन्नाव गैंगरेप मामले में पीड़िता के खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. रेप पीड़िता ने सुप्रीम कोर्ट में NBW के खिलाफ याचिका दाखिल की है. जिसमें मामले के ट्रायल को दिल्ली ट्रांसफर कराने की मांग की गई है. इसके साथ ही याचिका में पीड़ता के खिलाफ जारी गैर ज़मानती वारंट पर रोक लगाने की मांग भी की गई है. जानकारी के मुताबिक पीड़िता की वकील वकील वृंदा ग्रोवर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है.
बता दें कि माखी दुष्कर्म कांड मामले से जुड़े हरपाल सिंह द्वारा दुष्कर्म पीड़िता, उसकी मां व चाचा के विरुद्ध फर्जी टीसी को लेकर केस दर्ज कराया गया था. जिसके बाद कोर्ट ने दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है.
दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष से भी मांगी मदद
दुष्कर्म पीड़िता ने दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाती मालीवाल से भी मदद की गुहार लगाई थी. जिसके बाद आयोग केस को दिल्ली ट्रांसफर कराने की तैयारी में जुटा हुआ है. स्वाती मालीवाल ने दो दिन पहले ट्ववीट कर इसकी जानकारी दी थी. उन्होंने लिखा, 'उन्नाव रेप पीड़िता के साथ कुलदीप सेंगर और उसके साथियों ने बलात्कार किया था. बलात्कार के एक आरोपी ने अब पीड़िता के ही खिलाफ यूपी के कोर्ट से अरेस्ट वारंट निकलवा दिया है. हम पीड़िता की कानूनी लड़ाई में मदद कर रहे हैं, केस दिल्ली ट्रांसफर करवाने के लिए कोर्ट जा रहे हैं.'
उन्नाव रेप पीड़िता के साथ कुलदीप सेंगर और उसके साथियों ने बलात्कार किया था। बलात्कार के एक आरोपी ने अब पीड़िता के ही खिलाफ यूपी के कोर्ट से अरेस्ट वारंट निकलवा दिया है। हम पीड़िता की कानूनी लड़ाई में मदद कर रहे हैं, केस दिल्ली ट्रांसफर करवाने के लिए कोर्ट जा रहे हैं।
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) August 10, 2022
मामले में पूर्व विधायक जेल में बंद
बता दें कि इस मामले में यूपी के बांगरमऊ से पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं. साल 2017 में पीड़िता ने कुलदीप सेंगर (तब विधायक) पर अपहरण और बलात्कार का आरोप लगाया था. पीड़िता उस वक्त नाबालिग बताई गई थी. अपनी उम्र को लेकर उसके द्वारा स्कूल की टीसी प्रस्तुत की गई थी. अब इसी टीसी को फर्जी बताया जा रहा है. जिसे लेकर पीड़िता के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है.