उन्नाव गैंगरेप केस में उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को बीजेपी विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में लखनऊ क्राइम ब्रांच ने BJP विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह के अलावा समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उन्नाव पुलिस अब अतुल सिंह का नाम FIR में शामिल करेगी. अतुल सिंह के साथ उसके साथियों का नाम भी शामिल किया जाएगा.
बता दें कि बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का आरोप और फर्जी मुकदमे में जेल भेजे गए पीड़िता के पिता की हिरासत में मौत के बाद योगी सरकार बुरी तरह घिरी हुई थी. जिसके बाद ये एक्शन लिया गया है.
अतुल सिंह की गिरफ्तारी के बाद पीड़िता ने कहा कि उन्हें अभी इस बात की जानकारी नहीं है. लेकिन अभी तक विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को गिरफ्तार नहीं किया गया है. मैं चाहती हूं कि उन्हें मौत की सज़ा दी जाए. उन्होंने मेरे पिता को मारा है.
Kuldeep Singh (Sengar) isn't being arrested. I don't know if his brother is arrested. I demand that they be hanged till death. They've made my life miserable. I want justice. They killed my father: Woman who has leveled rape allegations against BJP MLA Kuldeep Singh Sengar #Unnao pic.twitter.com/fHJBcjrj52
— ANI UP (@ANINewsUP) April 10, 2018
CM योगी ने दिया था जांच का आदेश
सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपी विधायक को तलब किया था, उसके बाद कहा था कि जांच के आदेश दिए गए हैं और कोई भी आरोपी छूटेगा नहीं. गौरतलब है कि कुलदीप सिंह सेंगर उन्नाव जिले की बांगरमऊ विधानसभा सीट से विधायक हैं.
It is an unfortunate incident. ADG Lucknow has been asked to probe the matter thoroughly. Those at fault, whoever they might be, will not be spared: UP CM Yogi Adityanath on death of rape victim's father. Victim along with her family attempted suicide outside CM residence, y'day. pic.twitter.com/kAX7IlmzG9
— ANI UP (@ANINewsUP) April 9, 2018
आपको बता दें कि सोमवार को आजतक से बात करते हुए पीड़ित युवती ने काफी खुलासे किए थे. पीड़ित युवती ने आरोप लगाया था कि विधायक और उनके भाई अतुल सिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया और अब उसे जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. विधायक के गुर्गे आए दिन उसके और परिवार के लोगों के साथ मारपीट किया करते हैं.
पीड़िता रविवार को मुख्यमंत्री आवास के सामने अपनी मां, चाची, दादी, चार बहनों व एक मासूम भाई के साथ पहुंची थी. इन लोगों ने खुद पर मिट्टी तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया था. पीड़िता का आरोप था कि पुलिस में शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. न्याय न मिलने पर वह परिवार संग आत्मदाह के लिए मजबूर हुई.
गौरतलब है कि सोमवार को युवती के पिता की जेल में मौत हो गई थी, जिसके बाद मामला काफी बढ़ गया था. युवती के बयान के मुताबिक, अदालत में चल रहा एक मुकदमा वापस लेने से इनकार करने पर पांच दिन पहले विधायक के भाई और उनके गुर्गों ने उसके पिता को पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा था और घसीटते हुए ले गए थे.
बाद में पता चला कि पुलिस से मिलीभगत के कारण फर्जी मामला दर्ज करवाकर उसके पिता को उन्नाव जिला जेल भिजवा दिया गया. सोमवार को खबर आई कि उसके पिता ने जेल में दम तोड़ दिया है. पीड़िता के पिता की मौत के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया था.