उन्नाव रेप केस में पीड़िता और उनके वकील की हालत गंभीर बनी हुई है. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए मेडिकल बुलिटेन में कहा गया कि पीड़िता की हालत गंभीर, लेकिन स्थिर बनी हुई है.
गुरुवार देर रात से पीड़िता को बुखार चढ़ गया है. वहीं, वकील को वेंटिलेटर से हटाया गया है और उन्हें ट्रैकियोस्टोमी ट्यूब द्वारा ऑक्सीजन लगी हुई है.
पीड़िता के गले के पास की दाहिनी हड्डी टूट गई है. दाहिना कॉलर बोन टूटा है. दाहिने छाती की हड्डी टूटी है. दाहिने हाथ की कोहनी टूटी हुई है. पेल्विस एरिया की सैकरम हड्डी टूटी हुई है. दाहिनी जांघ की हड्डी भी टूटी हुई है.
एक्सीडेंट के दौरान पीड़िता के शरीर से करीब डेढ़ लीटर खून का रिसाव हो चुका है, हालांकि केजीएमयू में कई यूनिट खून पीड़िता को चढ़ाया जा चुका है. डॉक्टरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती पीड़िता और वकील को वेंटिलेटर यानी लाइफ सपोर्ट सिस्टम से बाहर लाने की है.
48 घंटे के बाद कई बार दोनों को लाइफ सपोर्ट सिस्टम से हटाकर स्वभाविक तरीके से सांस लेने की कोशिश की गई, लेकिन नाकाम रही है और थोड़ी देर तक वेंटिलेटर हटाने के बाद फिर उन्हें वेंटिलेटर और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखना पड़ रहा है.