उन्नाव रेप केस में पीड़िता की कार एक्सीडेंट के मामले में नया खुलासा हुआ है. जिस ट्रक ने कार को टक्कर मारी थी उसके मालिक का तर्क है कि ट्रक पर फाइनेंसर के काफी पैसे बकाया हैं. फाइनेंसर सड़क पर ट्रक की पहचान न कर सके इसलिए नंबर प्लेट पर ग्रीस लगा दिया गया था.
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, ट्रक का नंबर UP 71AP 8300 है. ट्रक के नंबर प्लेट पर UP 71 ही लिखा दिख रहा था. बाकी अक्षर ग्रीस में छुप गए थे. इस मामले में पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने ट्रक और कार की फॉरेंसिक जांच के आदेश दिए गए हैं.
इस बीच योगी आदित्यनाथ सरकार ने पीड़िता के परिवार को आश्वासन दिया है कि अगर वे लोग चाहते हैं तो उनकी सरकार रायबरेली दुर्घटना मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है. रविवार को हुए इस दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई है और पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हैं. दोनों का लखनऊ के केजेएमयू अस्पताल में इलाज चल रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता और उनके वकील महेंद्र सिंह दुर्घटना के बाद से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं.
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पीड़िता को तीन निजी सुरक्षा कर्मी दिए गए थे लेकिन कार में जगह नहीं होने के कारण पीड़िता ने सुरक्षाकर्मियों वहीं रुकने के लिए कहा था. डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि शुरुआती जांच में यह एक दुर्घटना का मामला लगता है क्योंकि ट्रक तेज रफ्तार से आ रहा था. उन्होंने कहा कि इस मामले में चश्मदीदों के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं.