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Ukraine में फंसे अलीगढ़ के 46 छात्र, बच्चों को AIRLIFT करे सरकार, PM को पत्र भेजकर बोले माता-पिता

यूक्रेन और रूस के बीच चल रही तनातनी के बीच इन दोनों देशों में पढ़ रहे अलीगढ़ के छात्र परेशान हैं. यूक्रेन (Ukraine) में अलीगढ़ के 46 मेडिकल छात्र (Medical students) हैं. छात्रों के अभिभावक आज प्रधानमंत्री मोदी के नाम ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार बच्चों को यूक्रेन से एयरलिफ्ट (AIRLIFT) कराए.

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PM के नाम ज्ञापन सौंपते छात्रों के अभिभावक.  (Photo: Aajtak)
PM के नाम ज्ञापन सौंपते छात्रों के अभिभावक. (Photo: Aajtak)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रूस और यूक्रेन से वापस आना चाहते हैं छात्र
  • ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे बच्चों के अभिभावक

यूक्रेन (Ukraine) में उत्तर प्रदेश (UP Aligah) के अलीगढ़ के भी कई मेडिकल स्टूडेंट्स (Medical Students) फंसे हैं. वहां के हालात को देखते हुए वे वापस आना चाहते हैं. छात्रों के अभिभावक आज कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने अपर उप जिलाधिकारी विजेंद्र कुमार को प्रधानमंत्री मोदी के नाम ज्ञापन दिया. इसके माध्यम से उन्होंने छात्रों के सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है. 

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एक छात्रा के पिता पंकज धीरज ने बताया कि अलीगढ़ के 46 बच्चे यूक्रेन (Ukraine) में MBBS कर रहे हैं. यूक्रेन में इंडियन एंबेसी (Indian Embassy) को तनातनी के हालात को देखते हुए पहले सूचित करना चाहिए था, ताकि वक्त रहते भारत आने की व्यवस्था कर लेते, लेकिन 15 फरवरी को एडवाइजरी जारी की गई कि भारतीय छात्र अपने घर जा सकते हैं.

'बच्चों को एयरलिफ्ट कराए सरकार'

वहीं फ्लाइट का किराया जो 22 से 23 हजार रुपये था, वह आज लाखों में हो गया है. इसके बावजूद फ्लाइट (Flight) मौजूद नहीं हैं. कई देशों ने फ्लाइट कैंसल कर दी हैं. जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देने आए थे, ताकि हमारी पीड़ा प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री तक पहुंच सके और छात्रों को एयरलिफ्ट (Airlift) कराया जा सके.

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'फ्लाइट बंद कर रखी हैं तो कैसे बुला लें बच्चों को'

वहीं ज्ञापन लेने आए अपर उप जिलाधिकारी अलीगढ़ विजेंद्र कुमार ने बताया कि यूक्रेन में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों ने ज्ञापन दिया है. एमबीबीएस के छात्र की मां काजल धीरज ने कहा कि यह हमारा पर्सनल कुछ नहीं है. अलीगढ़ के क्या हमारे यूपी के बहुत सारे बच्चे यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. एकदम वहां के लोगों ने बोल दिया है कि आप बच्चों को बुला लीजिए. एकदम कौन कैसे कहां से बुला लेगा. कोई व्यवस्था नहीं की. फ्लाइट बंद कर रखी है और जो पहले की बुकिंग थी, वह 27-28 फरवरी तक की थी. 

'बच्चे इंडिया आना चाहते हैं, सरकार मदद करे'

काजल धीरज ने कहा कि बच्चों से बात हुई है. बच्चे सब सोचते हैं और समझदार हैं. बच्चे मानते हैं कि पैरेंट्स पहले से ही परेशान हैं और उन्हें यह चीज बताकर परेशान न किया जाए. बच्चे इंडिया आना चाह रहे हैं, लेकिन बच्चों की एमबीबीएस की पढ़ाई ऑनलाइन नहीं हो सकती, ऑफलाइन है. बच्चे वहां के हालात ठीक बता रहे हैं.

यूक्रेन में फंसे बुलंदशहर के दो छात्र, वतन वापसी का कर रहे इंतजार

यूपी में बुलंदशहर के दो मेडिकल छात्र भी यूक्रेन में फंसे हैं. उनकी सलामती के लिए दुआएं की जा रही हैं. बुलंदशहर नगर निवासी शान एमबीबीएस फिफ्थ ईयर और सिकंदराबाद निवासी अनुराग सैनी फोर्थ ईयर में MBBS यूक्रेन से कर रहे हैं. दोनों के परिजन युद्ध की आशंका के चलते वतन वापसी के लिए इंतजार कर रहे हैं.

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'फ्लाइट टिकट के लिए मंगाए हैं पैसे'

अनुराग सैनी यूक्रेन में MBBS के छात्र हैं. कुछ दिन पहले ही अनुराग सिकंदराबाद आए थे. सब कुछ सही बताते हुए वापस यूक्रेन गए थे. जब से भारत सरकार ने भारतीयों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है, तब से परिजन परेशान हैं. अनुराग ने अभी हाल ही में अपने पिता को पैसों के लिए कॉल किया था, ताकि टिकट करवाकर वापस आ सके. अनुराग के पिता संदीप सैनी ने कहा कि अभी फ्लाइट यूक्रेन से दिल्ली नहीं आ रही हैं, लेकिन सभी विदेशियों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जा रही है.

सलामती के लिए कर रहे दुआ

नगर निवासी शान भी एमबीबीएस के फाइनल ईयर में यूक्रेन में कर रहे हैं. शान के परिजन भी सलामती के लिए लगातार दुआ कर रहे हैं. शान के पिता शकील अहमद ने कहा कि वह अपने अकाउंट में धनराशि की मांग कर रहा है, जो कि ट्रांसफर करने जा रहे हैं. सभी को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी जा रही है. वह जल्द सकुशल लौटे, ऐसे हम अल्लाह ताला से दुआ कर रहे हैं.

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