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आगरा में डेंगू-वायरल से हाहाकार, ग्लूकोज की बोतल भी कम पड़ीं, महंगी खरीदने को मजबूर लोग

आगरा में डेंगू और वायरल बुखार से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. आलम ये है कि अब यहां ग्लूकोज की बोतल तक कम पड़ने लगी है और जो मिल रही हैं वो भी ज्यादा कीमत पर मिल रही हैं. डेंगू और बुखार से यहां अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है.

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डेंगू और वायरल फीवर के मरीज बढ़ते जा रहे हैं. (फाइल फोटो-PTI)
डेंगू और वायरल फीवर के मरीज बढ़ते जा रहे हैं. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आगरा में बढ़ रहा डेंगू-वायरल का कहर
  • जिले में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई

उत्तर प्रदेश के आगरा में डेंगू और वायरल बुखार से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. सरकारी और प्राइवेट अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं. शहर से लेकर गांव तक में मरीज हैं. हालात इस कदर खराब हो चले हैं कि आईवी फ्लूड्स यानी ग्लूकोज की बोतलों की भी भारी कमी हो गई है. नतीजा ये है कि लोग ऊंचे दामों पर ग्लूकोज की बोतल खरीदने को मजबूर हैं.

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होलसेल में 12 रुपये में मिलने वाली ग्लूकोज की प्लास्टिक की बोतल अब 16 रुपये में मिल रही है, जबकि कांच की बोतल की कीमत बढ़कर 20 रुपये हो गई है. ग्लूकोज की बोतल की खपत 5 गुना बढ़ गई है. सितंबर-अक्टूबर में पिछले सालों में आगरा में 1 लाख ग्लूकोज की बोतल की खपत होती थी, लेकिन इस साल ये खपत 5 गुना तक बढ़ गई है. 

आगरा फार्मा एसोसिएशन के प्रवक्ता पुनीत कालरा बताते हैं कि पहले अक्टूबर में ग्लूकोज की बोतलों की डिमांड बेहद कम हो जाती थी, लेकिन इस बार डिमांड बढ़ गई है. हर महीने लाखों ग्लूकोज की बोतलों की खपत हो रही है. पहले ये खपत गर्मी के मौसम में होती थी, अब खपत करीब 5 गुना बढ़ गई है. उनका कहना है कि डिमांड के हिसाब से कंपनियां भी सप्लाई तक नहीं दे पा रहीं हैं.

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वहीं, जिले में अब तक वायरल फीवर से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. आगरा के जिला अधिकारी प्रभु एन सिंह बताते हैं कि हालात पर अंकुश लगाने के लिए 50 टीमों का गठन किया गया है. लोगों को राहत देने की कोशिश की जा रही है. उनका कहना है कि ये मुश्किल का दौर है और परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं.

 

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