उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होते ही बैठकों का दौर शुरू हो गया है और बीजेपी की सत्ता वापसी के लिए रणनीति भी बननी शुरू हो गई है. शनिवार को वृंदावन में पश्चिमी यूपी के बीजेपी नेताओं की एक अहम मीटिंग हुई. इस मीटिंग में अगले चुनाव में बीजेपी की जीत की संभावनाओं को कैसे बेहतर किया जा सके, इस पर चर्चा हुई.
ये बैठक वृंदावन के पास केशव धाम में हुई, जिसकी अध्यक्षता बीजेपी के प्रदेश महासचिव (संगठन) सुनील बंसल ने की. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस मीटिंग में तय हुआ है कि 2022 के चुनाव से पहले पार्टी को तैयार करने के लिए संगठन के सभी खाली पदों को भरा जाए. इसके साथ ही सुनील बंसल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ लेवल तक पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने को कहा है.
माना जा रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर की वजह से प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ माहौल है. ऐसे में लोगों की नाराजगी दूर करने के लिए भी कदम उठाने का फैसला लिया गया है. साथ ही ये भी तय हुआ है कि अगर कोई दूसरी पार्टी के कार्यकर्ता बीजेपी में आना चाहें तो उन्हें जरूर शामिल किया जाए.
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इस मीटिंग के बाद सुनील बंसल ने यूपी के पूर्व बिजली मंत्री रामवीर उपाध्याय और उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय से भी मुलाकात की. रामवीर उपाध्याय हाल ही में बसपा छोड़कर बीजेपी में आए हैं. बताया जा रहा है कि बंसल ने उनके साथ 20 मिनट से ज्यादा देर तक बात की. सीमा उपाध्याय को हाथरस जिला पंचायत के अध्यक्ष पद का दावेदार माना जा रहा है.
उत्तर प्रदेश में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. 2017 के चुनाव में बीजेपी ने यहां की 403 में से 312 सीटों पर जीत दर्ज की थी. सपा और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. सपा ने 47 और कांग्रेस ने 7 सीटें ही जीती थीं. मायावती की बसपा 19 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.