
उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से सतीश महाना ने नामांकन दाखिल किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सतीश महाना ने नामांकन दाखिल किया. इस दौरान बीजेपी के प्रस्तावकों के साथ ही सहयोगी दलों के नेता मौजूद रहे. सतीश महाना का निर्विरोध चुना जाना तय है.
बीजेपी के सहयोगी दलों अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के अलावा रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के अलावा कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा ने भी समर्थन किया. सतीश महाना का विधानसभा अध्यक्ष चुना जाना तय है, क्योंकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है.
सतीश महाना पिछली सरकार में मंत्री थे. लेकिन इस बार जब मंत्रियों की लिस्ट आई तो उसमें सतीश महाना का नाम नहीं था. ऐसे में कयास लगाए जाने लगे थे कि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है. आज सतीश महाना ने स्पीकर पद के नामांकन भर दिया है. उनका निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है.
सतीश महाना 8 बार के विधायक हैं. वे कानपुर के महाराजपुर विधानसभा सीट से 2012 से विधायक हैं. इससे पहले वे 5 बार कानपुर कैंट से चुनाव जीते हैं. सतीश महाना ने इस चुनाव में सपा के फतेह बहादुर सिंह गिल को मात दी है. सतीश महाना अपने इलाके में काफी लोकप्रिय नेता माने जाते हैं.
सतीश महाना का जन्म 14 अक्टूबर 1960 को कानपुर में हुआ था. वे छात्र जीवन से ही बजरंग दल यूथ और विश्व हिंदू परिषद में जुड़े रहे. महाना 1991 से लगातार आठवीं बार विधायक बने हैं.