उत्तर प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने के लिए योगी सरकार ने सूबे में आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) कमांडो सेंटर बनाने का फैसला किया है. सहारनपुर के देवबंद में एटीएस कमांडो सेंटर के लिए दो हजार वर्ग मीटर जमीन भी सरकार ने अलॉट कर दी है. देवबंद में एटीएस सेंटर बनाने को लेकर सपा के वरिष्ठ नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार मुसलमानों को डराने की कोशिश कर रही है.
यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एण्ड ऑर्डर प्रशान्त कुमार ने कहा कि यूपी में एटीएस को और मजबूत करने के लिए मेरठ, इंडो नेपाल बॉर्डर बहराईच, श्रावस्ती, जेवर एयरपोर्ट और देवबंद में नई यूनिट बनने जा रही है. यूपी सरकार ने देवबंद में 2000 हजार वर्ग मीटर जमीन भी एटीएस को ट्रांसफर कर दी गई है. देवबंद उत्तराखंड और हरियाणा की सीमा के करीब होने की वजह से भी एटीएस की यह यूनिट बेहद अहम है. एडीजी ने कहा कि पश्चिम यूपी में हम अपने डेप्थ और मौजूदगी के अलावा ऑपरेशनल क्षमता को बढ़ाने में कामयाब होंगे.
समाजवादी पार्टी ने देवबंद में एटीएस के कमांडो सेंटर बनाए जाने की कड़ी आलोचना की है. सपा के विधायक दल के नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि देवबंद में इस्लामिक शिक्षा का एक बड़ा केंद्र है, जो पूरी दुनिया में धार्मिक और सामाजिक शिक्षा के लिए जाना जाता है. ऐसे में देवबंद में एटीएस सेंटर खोलकर यूपी सरकार सिर्फ मुसलमानों को डराने की कोशिश है, क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनकी तादाद ज्यादा है. इसलिए यह किया जा रहा है जबकि एटीएस और एसटीएफ का दफ्तर लखनऊ में है तो लखनऊ में कमांडो सेंटर क्यों नहीं है?
वहीं, उत्तर प्रदेश क मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट कर कहा कि तालीबान की बर्बरता के बीच यूपी की योगी सरकार ने तत्काल प्रभाव से 'देवबंद' में एटीएस कमांडो सेंटर खोलने का निर्णय लिया है. प्रदेश भर से चुने हुए करीब डेढ़ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों की यहां तैनाती होगी. साथ ही विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि देवबंद में यूपी एटीएस की यूनिट अभी खुली भी नहीं कि इसी बीच आतंकियों के पैरोकारों और उनके मुकदमे वापस लेने वालों के पेट में भीषण दर्द शुरू हो गया है.
पश्चिमी यूपी में होंगे दो कमांडो सेंटर
देवबंद के इस कमांडो सेंटर से देवबंद, सहारनपुर, मेरठ तक का एरिया कवर हो सकेगा. मेरठ में भी एटीएस की स्वात टीम पहले से तैनात है. इसके अलावा एटीएस की एक टीम नोएडा में हर वक्त रहती है, लेकिन नोएडा के जेवर और देवबंद में एटीएस के दो कमांडो सेंटर बनने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पूरा एरिया कवर हो जाएगा. इस तरह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खासकर संदिग्ध आतंकियों पर नजर रखने और उनके छानबीन में एटीएस को आसानी होगी. देवबंद के बाद जेवर एयरपोर्ट के सामने एटीएस का दूसरा बड़ा ट्रेनिंग सेंटर के लिए करीब साढ़े तीन एकड़ भूमि भी चयनित की गई है.
कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि हमारे सहारनपुर जिले के देवबंद में एटीएस की यूनिट को अपग्रेडेशन के लिए काम किया जा रहा है. हिंदुस्तान के नियम और कानून संविधान और पुलिस के ग्रेडेशन के लिए बनते रहते हैं, कुछ लोग क्या कहते हैं क्या करते हैं, हमें मतलब नहीं है. देबवंद में एटीएस कामंडो सेंटर खोला जा रहा है अच्छी बात है. लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस के काम का श्रेय ना लें. हालांकि, इसके साथ-साथ बेहतर होता कि सरकार देवबंद और पश्चिम यूपी के गन्ने का भुगतान कर देते. सहारनपुर के बेरोजगारों को रोजगार देते और वहां की माताओं बहनों को सुरक्षा दे देते तो ज्यादा अच्छा होता.