गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पुलिसकर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी पर UAPA के तहत केस चलाया जाएगा. यूपी एटीएस ने मुर्तजा को आतंकी संगठन का सदस्य बताया है. एटीएस ने बताया है कि मुर्तजा अब्बासी सीधे आतंकी गतिविधियों में शामिल था.
अहमद मुर्तजा अब्बासी आतंकी संगठनों के लिए फंड इकट्ठा कर रहा था. यूपी एटीएस के द्वारा गोरखपुर कोर्ट में लगाई गई यूपी एक्ट की धाराओं में यह खुलासा हुआ है. मुर्तजा के ऊपर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) की 16/18/20/40 धाराएं लगाई गई हैं. इनमें आतंकवादी कृत्य के लिए सजा (धारा 16), साजिश की सजा (धारा 18), आतंकी गैंग का सदस्य (धारा 20) और आतंकवादी संगठन के लिए चंदा जुटाना (धारा 40) शामिल हैं.
यूपी एटीएस मुर्तजा को लेकर कोर्ट पहुंची है. अब यह केस एनआईए/एटीएस कोर्ट में चलेगा. आज अहमद मुर्तजा की पुलिस कस्टडी रिमांड खत्म हो रही है.
3 अप्रैल को मुर्तजा ने किया था हमला
अहमद मुर्तजा अब्बासी ने 3 अप्रैल को जबरन गोरखनाथ मंदिर में घुसने की कोशिश की थी. जब पीएसी के जवानों ने उसे रोकना चाहा तो उसने धारधार हथियार से उन पर हमला कर दिया था. बाद में उसे किसी तरह काबू कर पकड़ लिया गया था. इस घटना में 2 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे.
केमिकल इंजीनियर और ऐप डेवलपर है आरोपी
मुर्तजा ने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. डिग्री हासिल करने के बाद दो बड़ी कंपनियों (रिलायंस इंडस्ट्रीज, Essar पेट्रोकेमिकल्स) में उसने नौकरी की. वह ऐप डेवलपर भी था. जानकारी जुटाई जा रही है कि उसने कौन-कौन से ऐप पर काम किया था क्योंकि वह ऐप से भी लोगों से बात करता था.
मुर्तजा अब्बासी के पिता मोहम्मद मुनीर कई फाइनेंस कंपनियों में लीगल एडवाइजर रहे हैं. चाचा गोरखपुर के बड़े डॉक्टर हैं. अब्बासी हॉस्पिटल के मालिक हैं. आरोपी की एक शादी टूट गई थी. दूसरी लड़की शादी के बाद छोड़कर चली गई. अब्बासी गोरखपुर के सिविल लाइन इलाके का रहने वाला है.