scorecardresearch
 

बागपत: गैंगस्टर विकास दुबे के सपोर्ट में किया फेसबुक पोस्ट, जेल पहुंचा युवक

बागपत में गिरफ्तार किए गए अभियुक्त का नाम अविनाश मिश्रा है जो बागपत में डूडा विभाग में प्रधानमंत्री आवासीय योजना में कम्प्यूटर ऑपरेटर है. यह शख्स देवरिया जिले के गौरी ठाकुर गांव का रहने वाला है. इस शख्स ने 'पंडित अविनाश मिश्रा' नाम से अपना फेसबुक अकाउंट बना रखा है.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

Advertisement

  • प्रधानमंत्री आवासीय योजना में कम्प्यूटर ऑपरेटर है आरोपी
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरोध में भी पोस्ट डाला था

उत्तर प्रदेश के बागपत में कानपुर गोलीकांड के आरोपी विकास दुबे के पक्ष में सोशल साइट पर पोस्ट डालना एक युवक को महंगा पड़ गया. इतना ही नहीं, इस युवक ने एक समाज को भड़काने और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरोध में भी पोस्ट डाला था, जो तेजी से वायरल हो रहा था. इसके बाद पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है.

बागपत में गिरफ्तार किए गए अभियुक्त का नाम अविनाश मिश्रा है जो बागपत में डूडा विभाग में प्रधानमंत्री आवासीय योजना में कम्प्यूटर ऑपरेटर है. यह शख्स देवरिया जिले के गौरी ठाकुर गांव का रहने वाला है. इस शख्स ने 'पंडित अविनाश मिश्रा' नाम से अपना फेसबुक अकाउंट बना रखा है. उसने कानपुर कांड के आरोपी विकास दुबे के पक्ष में एक पोस्ट डाला था. साथ ही ब्राह्मण समाज को भड़काने से जुड़ा पोस्ट भी किया था. इसका संज्ञान लेते हुए पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है.

Advertisement

विकास दुबे का क्या है मामला?

कानपुर में आठ पुलिसवालों के हत्याकांड ने पूरे पुलिस विभाग को झकझोर कर रख दिया है. हाल के वर्षों में ऐसी बड़ी वारदात किसी भी प्रदेश में पुलिस के साथ नहीं देखी गई है. विकास दुबे, जो कि इस इलाके का कुख्यात अपराधी था, जिस पर पिछले 20 साल में हत्या, हत्या के प्रयास के 60 से ज़्यादा मामले दर्ज थे. उसके घर पर दबिश देने के लिए गई पुलिस टीम पर हमला किया गया जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए.

इस घटना में कई पुलिसवाले ऐसे थे जिनको बंदूक सटाकर गोली मारी गई. टीम की अगुवाई कर रहे सीओ को बदमाशों ने घर के भीतर घेरकर धारदार हथियार से पैर पर वार किए और फिर बाद में सिर से सटाकर गोली मारी. दीवारों पर बने गोलियों के निशान और मौका-ए-वारदात के हालात बताते हैं कि बदमाशों ने हर हाल में पुलिस वालों को जान से मारने के लिए ही फायरिंग की थी.

Advertisement
Advertisement