उत्तर प्रदेश में एक बार फिर जहरीली शराब ने अपना कहर बरपा दिया है. बाराबंकी में रामनगर के रानीगंज में ज़हरीली शराब पीने से अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है. प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है. हालांकि, यह आकंड़ा बढ़ने की आशंका है.
योगी सरकार ने इस मामले में एक्शन लेते हुए डीईओ बाराबंकी शिव नारायण दूबे, आबकारी निरीक्षक रामतीरथ मौर्य, 3 हेड कांस्टेबल और सर्कल के 5 कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है. वहीं शराब के ठेका का मालिक आरोपी सुनील जायसवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसी का शराब का ठेका था.
बता दें कि प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मरने वालों के प्रति गहरी संवेदना वयक्त की और कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं. सीएम योगी ने डीएम और एसपी को तुरंत मौके पर पहुंचने और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करवाने के आदेश दिए. इसके अलावा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश देते हुए योगी ने प्रिंसिपल सेक्रटरी एक्साइज को भी तुरंत जांच के आदेश दिए.
इस घटना में जिन लोगों की मौत हुई है वो सभी पुरुष हैं. पुलिस के मुताबिक, परिवार का कहना है कि खाना खाने के बाद सभी ने शराब पी थी. हालांकि, खाने में जहर होने के शक के मद्देनजर भी पुलिस जांच कर रही है. लेकिन मौत उन्हीं लोगों की हुई है, जिन्होंने शराब पी थी. मृतकों में से एक की बॉडी पोस्टमॉर्टम के लिए लाई गई है. मौत की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी कि मामला जहरीली शराब का है या खाने में जहर होने की वजह से मौत हुई है.
बता दें कि कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से भारी संख्या में मौत हुई थी. सहारनपुर, रुड़की और कुशीनगर में जहरीली शराब पीने से 98 लोगों की मौत हो गई थी. सहारनपुर के 64, रुड़की में 26 और कुशीनगर में 8 लोगों की मौत हुई थी. तब इस मामले में प्रशासन की लापरवाही के लिए सरकार ने नागल थाना प्रभारी सहित दस पुलिसकर्मा और आबकारी विभाग के तीन इंस्पेक्टर व दो कांस्टेबर को सस्पेंड कर दिया था.