उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के बाद अब बाराबंकी में गायों की मौत का मामला सामने आया है. सफरदगंज के गौ आश्रय स्थल में गायों की मौत की खबर है. ग्रामीणों का कहना है कि चारा-पानी न मिलने के कारण मौत हुई, हालांकि जिला प्रशासन इससे इनकार कर रहा है. जिलाधिकारी का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी. चारा पानी की कमी की बात गलत है.
Barabanki: Locals in Safdarganj allege some cows, at local cow-shelter, died due to lack of fodder-water there. Dist magistrate says, "Matter will be investigated&if it's true, action will be taken. But as far as I know there's no lack of fodder-water at any cow-shelter." (15.07) pic.twitter.com/EYAmTsM70h
— ANI UP (@ANINewsUP) July 16, 2019
इस मामले में बाराबंकी के जिलाधिकारी ने कहा, 'मामले की जांच की जाएगी और मामला अगर सही पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी. हालांकि मुझे जहां तक जानकारी है, आश्रय स्थल में चारा और पानी की कोई कमी नहीं है.'
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई जिलों में हुई कई गायों की मौत पर कड़े तेवर दिखाए हैं. उन्होंने रविवार देर रात मिर्जापुर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, अयोध्या के बीडीओ समेत दोनों जिलों के आठ अफसरों और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया. अयोध्या के जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी और मिर्जापुर के डीएम को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है. साथ ही, मिर्जापुर में गोवंशों की मौत के मामले की जांच की जिम्मेदारी आयुक्त विंध्याचल को सौंपी गई है.
मुख्यमंत्री योगी के सख्त रुख के बाद मिल्कीपुर (अयोध्या) के बीडीओ और उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी, पलियामाफी के ग्राम पंचायत अधिकारी, अयोध्या नगर निगम के कांजी हाउस प्रभारी डॉ. उपेंद्र कुमार और डॉ. विजेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया गया. वहीं, मिर्जापुर में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए के सिंह, नगरपालिका के प्रभारी अधिशाषी अधिकारी मुकेश कुमार और नगर अभियंता रामजी उपाध्याय को भी निलंबित कर दिया गया.