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केशव प्रसाद मौर्य ने स्वाति सिंह को बताया तेजस्वी महिला, कहा- BJP हर सुख-दुख में उनके साथ

बीजेपी के यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार को पार्टी से निष्कासित दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति से मिलने अस्पताल गए. मौर्य ने आज तक से बातचीत में स्वाति सिंह को तेजस्वी महिला बताया और कहा कि हर सुख-दुख में बीजेपी उनके साथ है.

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बीजेपी के यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य
बीजेपी के यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य

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बीजेपी के यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार को पार्टी से निष्कासित दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति से मिलने अस्पताल गए. मौर्य ने आज तक से बातचीत में स्वाति सिंह को तेजस्वी महिला बताया और कहा कि हर सुख-दुख में बीजेपी उनके साथ है. आगे पढ़ि‍ए स्वा‍ति सिंह, दयाशंकर और मायावती से जुड़े मुद्दों पर मौर्य ने क्या-क्या जवाब दिए...

बड़ी अटकलें लग रही थीं बीजेपी और दयाशंकर के परिवार के रिश्तों को लेकर. आज आप उनकी पत्नी स्वाति सिंह से मिलने गए, कोई खास वजह?
मौर्य: कोई खास वजह नहीं. दयाशंकर सिंह बीजेपी के पूर्व नेता हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई हुई. उन्होंने गलती की. लेकिन उनके परिवार के साथ पूरी भारतीय जनता पार्टी है. उनके अस्वस्थ होने की हमें जानकारी मिली. इसलिए मैं उनका हालचाल लेने के लिए गया. ताकि उनको कोई कठिनाई हो तो मेरा नैतिक दायित्व था. इसलिए मैं अस्पताल गया . वो जल्दी स्वस्थ हों, ऐसी भगवान से प्रार्थना की.

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आज भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा ने उनके समर्थन में प्रदर्शन किया. तो क्या ये माना जाए कि दयाशंकर सिंह या उनकी पत्नी की बीजेपी में वापसी हो सकती है?
मौर्य: दयाशंकर सिंह के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है. ऐसा कोई विषय नहीं है. अभी वह विषय बीजेपी की ओर से समाप्त है, लेकिन आज की जो लड़ाई थी और जो आज की लड़ाई का प्रदर्शन था, वह नसीमुद्दीन सिद्दीकी सिंह की कार्रवाई की मांग को लेकर था. सरकार की ओर से भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. बसपा की ओर से भी कार्रवाई नहीं हुई. यह स्पष्ट हो गया है कि सपा बसपा में मिलीभगत हो गई है. बहन जी 2 जून 1995 का कांड भी भूल गई हैं. भाजपा द्वारा जिस प्रकार दयाशंकर सिंह के खिलाफ जो कार्रवाई की गई. जो मांग उन्होने सदन में उठाई. वह दोहरा हश्र कर रही हैं. अपने लिए कुछ और अपेक्षा करती हैं.

क्या आपको लगता है कि दयाशंकर सिंह के ख‍िलाफ कार्रवाई जल्दबाजी में हो गई?
मौर्य: बीजेपी एक जिम्मेदार राजनैतिक दल है. विश्व का सबसे बड़ा राजनैतिक दल है. बीजेपी ने जो महसूस किया कि ऐसा जो बोला गया कि वह गलत था. इसलिए कार्रवाई की. अब हम बसपा से अपेक्षा कर रहे हैं कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने जो बहुत बड़ी गलती की है, उसके लिए उनकी पार्टी उनको सजा दे. बसपा प्रमुख खुद सजा दें. अखिलेश यादव उनसे बुआ वाले संबंध निभाएं, हमें कोई आपत्ति नही हैं. लेकिन वे यूपी के मुख्यमंत्री हैं. मुख्यमंत्री होने के नाते सार्वजनिक रूप से बयान दिया था कि बसपा के नेता ने बड़ी गलती की है. बड़ी गलती करने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी कैसे यूपी में घूम रहे हैं.

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अगर बसपा नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही करती है तो क्या इस बात पर चर्चा हो सकती है बीजेप में दयाशंकर सिंह को वापस लिया जाए?
मौर्य: देख‍िए, से अभी विषय ही नहीं है. अभी तो यह विषय है कि यूपी में जो अपराध हुआ है, उस अपराध के लिए जो सजा मिलनी चाहिए वो सजा देने में सरकार क्यों देर कर रही है. जो कार्रवाई होनी चाहिए, बसपा प्रमुख के द्वारा वो क्यों नहीं हो रही है. आज की लड़ाई ये थी. बड़ा जबरदस्त प्रदर्शन किया. सरकारी तंत्र का पूरी तरह से महिलाओं को लखनऊ आने से रोकने के लिए उपयोग किया गया. महिला बल की जगह वहां पर पुरुष बल का इस्तेमाल किया गया. महिलाएं घायल हैं. अभी मेरी एक कार्यकर्ता सीमा सोनकर हास्पिटल में एडमिट हैं. अभी मैं उनसे मिलकर आ रहा हूं. ये सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर आई है. हत्या करनी चाहती है. यूपी की कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है. लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से हमारा अधिकार है. उस अधिकार पर ही प्रहार करके विफल बनाने के लिये मायावती से मिलकर अखिलेश जिस रास्ते पर जा रहे हैं, वो उनके लिए बहुत घातक सिद्ध होगा.

स्वाति सिंह को लेकर पार्टी में क्या राय है?
मौर्य: स्वाति सिंह जल्द से जल्द स्वस्थ हों. उनके संघर्ष की सराहना करते हैं. वह तेजस्वी महिला हैं. भारतीय जनता पार्टी उनके परिवार के साथ खड़ी है. उनके कोई भी सुख-दुख में बीजेपी साथ है.

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क्या भारतीय जनता पार्टी उन्हें चुनाव लड़ाने पर विचार कर सकती है?
मौर्य: ये तो अभी का कोई विषय नही हैं. वो स्वस्थ हों इसके लिये हम भगवान से प्रार्थना करते हैं. अभी जो हमारी लड़ाई है, वो बसपा के द्वारा और सपा के द्वारा कार्रवाई करने की मांग है. उस कार्रवाई में जो देरी हो रही है, उसको लेकर आज प्रदर्शन था. तमाम कोशिशों के बावजूद भी सरकार ये प्रदर्शन विफल करने में सफल नहीं हो सकी.

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