देश में जैसे-जैसे चुनावी सरगर्मियां तेज हो रही हैं, सियासी बयानबाजी भी उतनी ही धार पकड़ रही है. सुप्रीम कोर्ट में लंबित राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बाद अब उनके एक सहयोगी मंत्री ने अपनी राय रखी है. फर्क बस इतना है कि केशव मौर्य ने मंदिर निर्माण के लिए कानून लाने की बात कही थी, जबकि मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने न्यायपालिका को ही अपना बता दिया है.
बहराइच की कैसरगंज सीट से बीजेपी विधायक मुकुट बिहारी वर्मा से जब राम मंदिर निर्माण पर सवाल किया गया तो वह जवाब देते-देते काफी आगे निकल गए. उन्होंने कहा कि बीजेपी विकास के मुद्दे पर सत्ता में आई है, लेकिन राम मंदिर बनेगा, क्योंकि यह हमारा कृतसंकल्प है. उन्होंने आगे कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है और सुप्रीम कोर्ट भी हमारा ही है.
इतना ही नहीं उन्होंने आगे ये भी कहा कि न्यायपालिका, प्रशासन, देश और मंदिर हमारा है. हालांकि, जब उनके बयान पर विवाद हुआ तो उन्होंने इस पर सफाई भी दी और कहा कि उनका मतलब इस बात से था कि हम देश के निवासी हैं और हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है. मुकुट बिहारी ने कहा, 'मैंने ऐसा नहीं कहा कि कोर्ट हमारी सरकार की है.'
इससे पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद से कानून लाया जा सकता है. उन्होंने कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट या आपसी समझौते से मंदिर निर्माण का रास्ता नहीं निकल पाता है तो फिर संसद के दोनों सदनों में संख्याबल होने की स्थिति में कानून का सहारा लिया जा सकता है.