उत्तर प्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को राज्यपाल राम नाईक को ज्ञापन सौपा है. इस ज्ञापन में केशव ने राज्यपाल से मांग की है कि बसपा के महासचिव नसीमुद्दीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भी उनपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है जबकि पुलिस दयाशंकर को पकड़ने के लिए पूरे प्रदेश में दबिश दे रही है.
यूपी बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद का कहना कि 21 जुलाई को लखनऊ के हजरतगंज में अंबेडकर की प्रतिमा के सामने जो प्रदर्शन किया गया, उसमें एक मासूम बच्ची के बारे में जिस भाषा का प्रयोग किया गया, उसके लिए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं. लेकिन पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वो लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और चले जाते हैं.
पुलिस ने हल्की धाराओं में दर्ज की एफआईआर
इसके साथ ही केशव का ये भी कहना है कि पार्टी के पूर्व नेता दयाशंकर की बेटी और बहन के बारे में जो बयानबाजी की गई उसमें जो मुकदमा लिखा गया है उसमे धाराएं प्रदेश सरकार के साथ बसपा की मिलीभगत होने
के कारण हल्की लगाई गई हैं. ये प्रदेश में सपा और बसपा की मिलीभगत को उजागर करने वाला है.
मायावती नसीमुद्दीन को पार्टी से करे बाहर
केशव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मायावती से भी यह मांग करती है कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी को बसपा के महासचिव पद से हठाकर पार्टी से निष्कासित करने की कार्रवाई करें. अगर बसपा द्वारा यह कार्रवाई नहीं की
जाती है तो यूपी के सभी जिलों में बीजेपी बसपा के खिलाफ प्रदर्शन करेगी. केशव ने कहा कि राज्यपाल को हमने ज्ञापन दे दिया है उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच करके कर्रवाई करने की बात कही है.