scorecardresearch
 

UP उपचुनाव: BJP का ट्रिपर लेयर प्लान, प्रचार के लिए मंत्रियों की फौज उतारने की तैयारी

उत्तर प्रदेश में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. बीजेपी ने प्रचार के लिए मंत्रियों की फौज उतारने का प्लान बनाया है. केंद्रीय मंत्रियों को भी इन तीन सीटों पर प्रचार करने के लिए उतारा जाएगा. संगठन के बड़े पदाधिकारी भई इन तीन सीटों पर बूथ प्रबंधन संभालेंगे. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी तीनों सीट पर चुनाव प्रचार करेंगे.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

यूपी उपचुनाव को लेकर भाजपा का ट्रिपल लेयर प्लान तैयार किया है. उपचुनाव में भाजपा यूपी के मंत्रियों की फौज उतारेगी, जो सरकार के काम और चुनावी मुद्दों पर प्रचार करेंगे. यूपी के मंत्रियों को अलग-अलग सीट की जिम्मेदारी दी गयी है, जो क्षेत्र में चुनाव प्रचार को मजबूत करेंगे. केंद्रीय मंत्रियों को भी इन तीन सीटों पर प्रचार करने के लिए उतारा जाएगा. संगठन के बड़े पदाधिकारी भई इन तीन सीटों पर बूथ प्रबंधन संभालेंगे. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी तीनों सीट पर चुनाव प्रचार करेंगे. 

Advertisement

सूत्रों के मुताबिक कपिलदेव अग्रवाल, नरेंद्र कश्यप, जसवंत सैनी, सोमेंद्र तोमर, बृजेश सिंह, दिनेश खटीक, गुलाब देवी और अन्य खतौली की जिम्मेदारी संभालेंगे. वहीं, बलदेव औलख, जितिन प्रसाद, सुरेश खन्ना, धर्मपाल सिंह, जेपीएस राठौड़, दानिश आजाद को रामपुर की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा मैनपुरी का जिम्मा अजीत पाल, राकेश सचान, असीम अरुण, प्रतिभा शुक्ला, जयवीर सिंह, संदीप सिंह, रामकेश निषाद, मन्नू कोरी, आशीष पटेल और कई नेताओं को मिली है.

बीजेपी ने चला अति पिछड़ा कार्ड

कुढ़नी उप चुनाव में बीजेपी का कोर वोटर वाला अति पिछड़ा कार्ड सब पार्टियों पर पर भारी दिख रहा है. बीजेपी के परंपरागत वोटर सवर्ण और वैश्य के साथ-साथ अति पिछड़ा समाज से आने वाले को टिकट दिया है. वैसे कुढ़नी की बात करें तो 2015 वाला ही दृश्य है. यानी जदयू की तरफ से मनोज कुशवाहा हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी ने अति पिछड़ा समाज से आने वाले केदार प्रसाद  गुप्ता को मैदान में उतारा है. पिछले चुनाव (2015) में केदार प्रसाद गुप्ता ने मनोज कुशवाहा को हराया था. फिर एक बार दोनो आमने-सामने हैं. परिणाम क्या होगा यह देखने वाली बात होगी.

Advertisement

मैदान में ओवैसी और सहनी की पार्टी

दलीय या सामाजिक समीकरण की बात करें तो ओवैसी की AIMIM और मुकेश सहनी की VIP पार्टी ने दोनों समीकरणों में सेंध लगाने ले लिए प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. ओवैसी की पार्टी ने अपने परम्परागत मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट दिया है. वहीं मुकेश सहनी अपने आधार वोटर सहनी को छोड़कर भूमिहार बिरादरी से आनेवाले को प्रत्याशी उतारा है.

किस पार्टी ने किसे दिया टिकट?

महा गठबंधन ने पिछड़ा समाज से आने वाले कुशवाहा बिरादरी से आने वाले मनोज कुशवाहा को टिकट दिया है. भाजपा ने अति पिछड़ा कार्ड खेलते हुए केदार प्रसाद गुप्ता को उतारा है, जो अति पिछड़ा कानू बिरादरी से आते हैं. इस इलाके में अति पिछड़ों को संख्या काफी है. इस तरह से भाजपा सवर्ण के साथ अति पिछड़ों को भी साधने की कोशिश में है. ऐसे में भाजपा का यह सोशल इंजनियारिग वाला फार्मूला कितना फिट बैठता है यह तो चुनावी परिणाम आने के बाद ही क्लियर होगा.

Advertisement
Advertisement