उत्तर प्रदेश में साल के अंत में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी ने सक्रियता बढ़ा दी है. सभी नगर निगमों के लिए प्रभारी और संयोजक घोषित करने के बाद रणनीति पर मंथन करने के लिए बड़ी बैठक होने वाली है. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह सभी चुनाव प्रभारी, सह प्रभारियों के साथ बैठक करेंगे, योगी सरकार के वो मंत्री भी शामिल होंगे जिनको नगर निकाय चुनाव में जिम्मेदारी दी गई है.
नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी के पदाधिकारियों की तो परीक्षा होगी ही, साथ ही योगी सरकार में मंत्रियों के प्रभाव की भी परीक्षा होगी. मंत्रियों को न सिर्फ अपने गृह जिले में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का लक्ष्य मिलेगा, बल्कि अपने प्रभार के जिलों में भी उनकी परीक्षा होनी तय है. दोनों डिप्टी सीएम को भी जिम्मेदारी दी गई है.
ब्रजेश पाठक को वाराणसी का जिम्मा
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को दी गई है, तो डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को आगरा नगर निगम की जिम्मेदारी दी गई है. दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर होगी.
भूपेन्द्र चौधरी का पहला टेस्ट
हर क्षेत्र में मंत्रियों के साथ प्रदेश के पदाधिकारियों को भी लगाया गया है. जाहिर है कि प्रदेश में बीजेपी के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और उनकी टीम के लिए भी ये पहला टेस्ट है. ऐसे में पहले से टीम के सदस्य रहे पदाधिकारियों को अपने प्रभार के क्षेत्रों में दमखम दिखाना होगा. सरकार के मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों में तालमेल भी इसमें दिखने वाला है.
मेरठ और अलीगढ़ में पार्टी की विशेष रणनीति
दरअसल, पार्टी में सभी 17 नगर निगमों और 200 नगर पालिका परिषद सहित नगर पंचायतों में जीत का लक्ष्य तय किया है. इस बार शाहजहांपुर नगर निगम भी अस्तित्व में आया है. बीजेपी ने पिछली बार 16 में से 14 नगर निगमों पर जीत हासिल की थी. वहीं, मेरठ और अलीगढ़ में बीएसपी प्रत्याशी को जीत मिली थी. इन दोनों नगर निगमों पर पार्टी की नजर रहेगी. जाहिर है कि पार्टी इसके लिए पिछली बार हार के कारणों और इस बार रणनीति को धार देने पर मंथन करेगी. इसके साथ ही नए बने नगर निगम शाहजहांपुर में भी पार्टी को ताकत लगानी होगी.
सभी नगर निगम जीत पर जोर
पार्टी का लक्ष्य इस बार सभी नगर निगम जीत कर अपने महापौर बनाने का है. बैठक में इस बात पर मंथन होगा कि नगर निगम चुनाव के मुद्दे क्या हों? इसके साथ ही कार्य विभाजन और बूथ मैनेजमेंट पर भी चर्चा होगी. प्रत्याशियों की योग्यता को लेकर भी दिन भर चलने वाली बैठक में मंथन होगा.
अलग-अलग क्षेत्रों की केंद्रित बैठक
अलग-अलग क्षेत्रों की बैठक होगी. सुबह 10:30 बजे कानपुर बुंदेलखंड और अवध क्षेत्र की बैठक होगी जबकि दोपहर 1:30 बजे पश्चिम और ब्रज क्षेत्र की बैठक होगी. दोपहर 3 बजे काशी और गोरक्ष क्षेत्र के चुनाव प्रभारी, सह प्रभारी और संयोजकों की बैठक होगी. फिर शाम को 5 बजे से 7 बजे तक नगर निगमों के प्रभारियों और संयोजकों की बैठक होगी.