रायबरेली के विधायक रहे स्वर्गीय अखिलेश सिंह की पत्नी वैशाली सिंह ने राजनीति में पहली बार एंट्री की है. उनकी बेटी और सदर से विधायक अदिति सिंह ने अमावा ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख पद के लिए उनका नॉमिनेशन करवाया है. जहां आज अध्यक्ष पद के लिये वोटिंग होगी. उनके सामने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महामंत्री योगेंद्र सिंह की पत्नी वंदना सिंह और एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह समर्थित धनंजय प्रताप सिंह मैदान में हैं.
बीते तीन दशकों की बात करें तो जिस किसी को भी अखिलेश सिंह का समर्थन या अखिलेश सिंह की सहमति मिल जाती थी, वही अमावा ब्लॉक का ब्लॉक प्रमुख बन जाता था. लेकिन आज वक्त बदल चुका है, आज उसी सीट पर उनकी पत्नी को 1-1 वोट के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने तो खुद इनके खिलाफ धनंजय सिंह का नॉमिनेशन करवाया है और नॉमिनेशन में शामिल भी हुए थे, जिसकी वजह से यहां मामला और अधिक पेचीदा हो गया है.
बता दें कि बाहुबली विधायक अखिलेश सिंह की मौत के बाद उनके परिवार का ये पहला चुनाव है, अगर उनके पत्नी वैशाली सिंह चुनाव जीत जाती हैं तो उनका राजनीतिक कद और बढ़ जाएगा. लेकिन अगर उनके हिस्से हार आती है तो आने वाले वक्त में उनकी बेटी आदिति सिंह के लिए भी विधानसभा चुनाव और नगर पालिका चुनाव में संघर्ष बढ़ जाएगा.
हरचंदपुर ब्लॉक में झड़प के बाद चुनाव हो गया है दिलचस्प
वहीं दूसरी तरफ हरचंदपुर ब्लॉक भी खासा चर्चित है क्योंकि यहां से एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह के बेटे पहली बार चुनाव मैदान में हैं. दिनेश सिंह के बेटे प्रताप सिंह के सामने भाजपा से ही टिकट मांग रहे राजा भदोरिया की भाभी अशोक कुमारी हैं. जिन्हें भाजपा से टिकट ना मिलने के बाद निर्दलीय नामांकन करना पड़ा. नॉमिनेशन के दौरान हुई झड़प के बाद यहां पर भी ब्लॉक प्रमुख अध्यक्ष का चुनाव दिलचस्प हो गया है.
आज 13 ब्लॉक में होना है मतदान
हरचंदपुर सीट पर एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. हालांकि हाल के दिनों में वे जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी अपने समर्थित रंजना चौधरी को दिलवाकर अपना लोहा मनवा चुके हैं. फिलहाल जिले के 18 ब्लॉक में से अब तक 5 ब्लॉक भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में निर्विरोध चुने जा चुके हैं. बाकी 13 ब्लॉक में आज मतदान होना है.