यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव ( UP Block Pramukh Elections) में फिर हिंसा की खबर सामने आई है. नामंकन वाले दिन हुई हिंसा के बाद प्रशासन द्वारा सुरक्षा ज्यादा मुस्तैद जरूर कर दी गई थी, लेकिन उन्नाव, कानपुर और चंदौली से हिंसा की खबर सामने आई है. एक तरफ उन्नाव के मियागंज ब्लॉक में मतदान को रोके जाने पर बवाल हुआ तो वहीं कानपुर में वोटरों को उठाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए.
उन्नाव में वोटिंग रोकने की कोशिश
उन्नाव घटना की बात करें तो मियागंज ब्लॉक में मतदान के दौरान जबरदस्त बवाल देखने को मिला था. वहां पर बीडीसी सदस्यों को पहले वोट डालने से रोका गया और बाद में उन्हें पीटा भी गया. घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि बीडीसी के सदस्य खेत में अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं.
उन्नाव के अलावा चंदौली में जमकर बवाल काटा गया. वहां पर बीजेपी और सपा के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और जमकर पथराव भी हुआ. बताया गया है कि सदर ब्लॉक परिसर के बाहर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. शुरुआत गाली गलौज से हुई और इसके बाद भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के समर्थकों को दौड़ा दिया. दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई. यहीं नहीं जमकर भगदड़ और पथराव भी हुआ. बाद में पुलिस ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया. पथराव और मारपीट की इस घटना में कई लोगों को चोटें आई हैं.
दरअसल चंदौली सदर ब्लॉक सीट से भारतीय जनता पार्टी के संजय सिंह और समाजवादी पार्टी की छाया सिंह चुनाव मैदान में हैं. दोनों तरफ से बीडीसी सदस्यों ने अपना मतदान कर लिया था. लेकिन अचानक 2:00 बजे के आसपास ब्लॉक परिसर से बाहर मौजूद दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों में कहासुनी होने लगी और देखते ही देखते मामला काफी खराब हो गया. भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों ने सपा प्रत्याशी के समर्थकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. समाजवादी पार्टी ने इस पूरे मामले पर पुलिस के सामने सपा कार्यकर्ताओं पर पथराव किए जाने का आरोप लगाया है.
कानपुर में वोटरों को उठाने का मामला
अब उन्नाव में वोटिंग रोकी गई, कानपुर में पथराव हुआ तो वहीं कानपुर में वोटरों को उठाने की खबर सामने आई. बताया गया कि मलासा ब्लॉक में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे तन्नू संखवार की पत्नी मधुलिता अपने पति के कुछ वोटरों को लेकर वोट डलवाने जा रही थीं. उनके साथ पुलिस भी मौजूद थी. लेकिन रास्ते में ही कुछ लोगों ने गाड़ियों को रोक दिया और ड्राइवर संग भी मारपीट की गई. आरोप है कि प्रत्याशी के वोटरों को भी उठा लिया गया. मौके पर आई पुलिस ने दो लोगों को पकड़ लिया और उनके खिलाफ एक्शन लिया गया. जानकारी के लिए बता दें कि ये सीट दलित आरक्षित है. अब प्रत्याशी मधुमिता ने रो रोकर अपने दलित होने का प्रमाण दिया है और चुनाव निरस्त करने की मांग कर दी है.
डीजीपी मुख्यालय के अनुसार अमेठी, बलिया, सिद्धार्थ नगर, कानपुर, हमीरपुर, अमरोहा, लखनऊ, सुल्तानपुर, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, फिरोजाबाद, उन्नाव, प्रतापगढ़,इटावा, कानपुर देहात और चंदौली में हुई मतदान के दौरान घटनाएं. दोषियों के विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नतीजों की बात करें तो अब तक BJP को 400 से ज्यादा सीटों पर जीत मिल गई है. आगरा में भी बीजेपी की सभी 15 सीटों पर जीत हो गई है. वाराणसी में बीजेपी ने सभी 8 सीटों पर कब्जा जमा लिया है.