UP Board Paper Leak: यूपी पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मामले में फरार चल रहे मास्टरमाइंड को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. मास्टरमाइंड की पहचान महाराजी देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह के रूप में हुई है. इस मामले में निर्भय नारायण समेत अब तक कुल 46 लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं.
जानकारी के मुताबिक, कंप्यूटर ऑपरेटर राजीव प्रजापति की मदद से मास्टरमाइंड निर्भय नारायण सिंह ने पैकेट से अंग्रेजी का प्रश्न पत्र निकाला था. वहीं, कम्प्यूटर ऑपरेटर राजीव प्रजापति ने सुभाष चंद्र इंटर कॉलेज के टीचर अविनाश गौतम से पेपर सॉल्व करवाया था. इसके बाद मास्टरमाइंड निर्भय ने सॉल्व कॉपी 25 से लेकर 30 हजार रुपए में बेचा था. ये भी जानकारी निकलकर सामने आई है कि सॉल्व पेपर पीडीएफ स्कैनर के जरिए भेजा गया था.
बोर्ड पेपर लीक मामले में अब तक 4 स्कूल मैनेजर, 3 प्रिंसिपल, 10 टीचर, 5 कोचिंग संचालक, 3 स्कूल के क्लर्क को गिरफ्तार किया जा चुका है. शुरुआती जांच में पता चला कि पेपर की सीरीज 316 ED और 316 EI का पेपर बलिया से लीक हुआ और इस सीरीज के पेपर उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में भेजे गए थे. विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इन 24 जिलों में परीक्षा को रद्द कर जांच के आदेश दिए. आराधना शुक्ला से जब सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कहा कि पेपर मजबूती से सीलबंद लिफाफे में था कोई जानकार ही इसको लीक कर सकता है.
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
पुलिस के मुताबिक, टैंपर प्रूफ पैकेट पर लगी स्कूल और विषय के नाम की पर्ची को बेहद शातिर ढंग से हटाया गया था. जिसके बाद इंग्लिश का पेपर निकाला गया और फोटो खींचकर वापस पैकेट में वही पेपर डाल दिया गया था. साथ ही दोबारा से स्कूल के नाम और विषय की पर्ची चिपका दी गई.
शुरुआती जांच में डीएम और एसपी को सारे पैकेट चिपके हुए मिले थे. यूपी एसटीएफ की टीम ने दोबारा जांच की तो परीक्षा केंद्रों पर गया इंग्लिश के पेपर का एक पैकेट खुला मिला, तब इस पेपर लीक कांड का खुलासा हुआ.
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