यूपी बोर्ड की परीक्षाएं सोमवार सुबह साढ़े सात बजे से शुरू हो गईं. परीक्षा के लिए बोर्ड ने कई बैठकें कीं. खूब तैयारियां कीं, लेकिन अव्यवस्था साफ नजर आ रही है.
बोर्ड की हाई स्कूल परीक्षा में 71 लाख परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं, जिनके लिए 11 हजार से अधिक केंद्र बनाए गए हैं. बोर्ड ने लगभग एक लाख कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की, लेकिन हाल यह है कि आधे से अधिक निरीक्षकों को ड्यूटी की जानकारी नहीं है.
परीक्षा शुरू होने के 12 घंटे पहले तक इलाहाबाद स्थित यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय पर परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड जारी करने का काम चलता रहा. एडमिट कार्ड लेने वाले परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र तक समय से कैसे पहुंचेंगे, यह बात उन्हें परेशान करती रही. बोर्ड की ओर से परीक्षा के लिए हरसंभव तैयारी की कोशिश के बाद परीक्षार्थियों, केन्द्र व्यवस्थापकों, अभिभावकों व कक्ष निरीक्षकों की शिकायत दूर नहीं की जा सकी. प्रवेश पत्र नहीं मिलने से प्रदेश में एक लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित हो सकते हैं.