यूपी में उपचुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है. विभिन्न दल उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं, वहीं लखनऊ ईस्ट सीट से बीजेपी का टिकट दिलाने के नाम पर एक बिल्डर से 40 लाख रुपये ठगने का मामला भी सामने आया है. पुलिस ने जगदत्त वर्मा से 40 लाख रुपये, लैपटॉप व दो कीमती मोबाइल फोन ऐंठने वाले जालसाज लक्ष्मण पंडित को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक विकासनगर पुलिस ने बुधवार को लक्ष्मण पंडित के पास से 20 लाख रुपये नगद भी बरामद किए हैं. पूजा-पाठ कराने वाले लक्ष्मण ने बिल्डर को खुद को संघ का प्रचारक और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से करीबी संबंध होने का दावा किया था. मंगलवार को बीजेपी की लिस्ट में जब बिल्डर ने अपना नाम नहीं पाया तो पुलिस से ठगी की शिकायत की.
मूलरूप से बिहार में सीवान के धरौंधा बालडीह निवासी लक्ष्मण लखनऊ में अलीगंज सेक्टर-सात में पत्नी और तीन बच्चों के साथ किराए पर रहता है. एएसपी ट्रांसगोमती दिनेश यादव के मुताबिक रफ्तार रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संचालक जगदत्त वर्मा को उसने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, महासचिव राम माधव, गौतम शाह और जेपी गौड़ा सहित कई बड़े नेताओं से करीबी संबंध की बात कही थी.
लक्ष्मण ने बिल्डर से बीजेपी और संघ के नेताओं को देने के नाम पर 50 लाख रुपये मांगे थे. 17 अगस्त को वर्मा ने पंडित को सात लाख, 18 अगस्त को 20 लाख और 19 अगस्त को 12 लाख रुपये दिए. इसके बाद एक लाख रुपये, लैपटॉप और दो कीमती मोबाइल भी दिए. पंडित के कहने पर वर्मा ने 25 अगस्त को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भी कर दिया. बीजेपी ने जब प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की और उसमें अपना नाम गायब देख वर्मा ने पंडित को फोन किया तो वह बिल्डर को धमकाने लगा.