उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो रही है. साथ ही एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. चंदौली के समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष ने राज्य निर्वाचन आयोग और बीजेपी पर जमकर निशाना साधने के अलावा वोटिंग के दिन बड़ी संख्या में लोगों से जिला मुख्यालय पर आने का अनुरोध किया है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ- साथ जिला प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाया है. समाजवादी पार्टी को इस बात का डर सता रहा है कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता का लाभ उठाकर जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट जीतना चाह रही है.
साथ ही साथ समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने जिला प्रशासन पर भी बीजेपी का एजेंट होने का आरोप लगाया है. यही नहीं राज्य निर्वाचन आयोग पर भी सवालिया निशान खड़ा किया है और काठ का उल्लू तक कह डाला है.
लड़ाई सपा और बीजेपी के बीच
दरअसल, उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए 29 जुलाई को नाम वापसी का आखिरी दिन था. नाम वापसी की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब 3 जुलाई को मतदान होना है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में भी समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार आमने-सामने हैं.
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बताते चलें कि चंदौली में कुल 35 जिला पंचायत सदस्य हैं जिसमें 14 समाजवादी पार्टी और 8 भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं, जबकि 9 निर्दलीय और अन्य सदस्य हैं. भारतीय जनता पार्टी से दीनानाथ शर्मा चुनाव मैदान में हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी ने चंदौली के पूर्व सांसद रामकिशुन के भतीजे तेज नारायण यादव पर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है.
सत्ता का लाभ उठाकर बीजेपी जीतना चाह रहीः राजभर
चुनाव से पहले चंदौली समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने इस बात की आशंका व्यक्त की है कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सत्ता का लाभ उठाकर इस चुनाव को जीतना चाहते हैं. सत्यनारायण राजभर ने बकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला प्रशासन पर भी आरोप लगाया और कहा कि जिला प्रशासन के लोग बीजेपी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. यही नहीं राज्य निर्वाचन आयोग भी काठ का उल्लू बना हुआ है.
सत्यनारायण राजभर ने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश में जनता ने बड़े पैमाने पर पंचायत चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवारों को हराया है, तब से बीजेपी की हुकूमत बौखलाई हुई है और उसने लोकतंत्र की हत्या से लेकर के तमाम संवैधानिक संस्थाओं का गला घोटा है. निर्वाचन प्रक्रिया में तो मैं कहूंगा कि राज्य निर्वाचन आयोग भी पूरी तरह से काठ का उल्लू बना बैठा है.
उन्होंने आगे कहा कि आप बताइए कोई महिला राजस्थान में बैठी हुई है और उत्तर प्रदेश में जिला निर्वाचन अधिकारी उसका पर्चा वापस कर दे रहे हैं. लोकतंत्र की प्रणाली ध्वस्त हो चुकी है, इन सभी संवैधानिक संस्थाओं का गला घोट दिया गया है.
जिलाधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए राजभर ने कहा कि डीएम और एसपी सब भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं. इसलिए हमने चंदौली की जनता से अपील की है कि उस दिन अपने लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए भारी संख्या में जिला मुख्यालय पर जुटें. मताधिकार की हिफाजत के लिए हजारों हजार की संख्या में जिला मुख्यालय पहुंचें. जिले में हम बड़े पैमाने पर 3 तारीख को लोगों को इकट्ठा कर रहे हैं और जिले के कोने-कोने से जनता जिला मुख्यालय पहुंचेगी.